जिलाधिकारी ने आई जी आर एस की समीक्षा बैठक में सभी अधिकारियों को दिए निर्देश, पूरे मनोयोग से कार्य कर जनता की समस्याओं व शिकायतों समयबद्ध तथा गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें

जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने सोमवार को कलैक्ट्रेट सभागार में आईजीआरएस बैठक की समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी सुनिश्चित करें कि शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में जनसमस्याओं व शिकायतों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करना है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सुबह अपने कार्यालय आने पर सबसे पहले आई जी आर एस का पोर्टल स्वयं खोल कर देखें कि शिकायत संदर्भों की स्थिति क्या है। उन्होंने कहा कि शिकायत संदर्भों की समीक्षा स्वयं मेरे द्वारा दैनिक रूप से की जाएगी और संबंधित अधिकारियों को फोन कर पूछा जाएगा कि निस्तारण की स्थिति क्या है संतोषजनक उत्तर ना मिलने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि प्रत्येक एक शिकायत डिफाल्टर में जाने पर संबंधित अधिकारी को एक प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की जाएगी और तीन प्रतिकूल प्रविष्टि जारी होने के बाद बृहद दंड के लिए विभागीय कार्यवाही प्रस्तावित कर दी जाएगी। उन्होंने कड़ाई से कहा कि किसी भी अधिकारी द्वारा फर्जी तरीके से शिकायत निस्तारण किया जाना पाया जाता है तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध अपराधिक कृत्य मानते हुए विधिक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने उच्च स्तर पर होने वाली समीक्षा बैठकों में डिफॉल्टर में परिवर्तित होने वाले संदर्भों पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए निर्देश दिए हैं कि आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाले माननीय मुख्यमंत्री संदर्भ, माननीय मुख्यमंत्री हेल्पलाइन संदर्भ, ऑनलाइन पीजीपोर्टल भारत सरकार संदर्भ, जिलाधिकारी संदर्भ, राजस्व परिषद एवं सम्पूर्ण समाधान दिवस आदि संदर्भों का समयबद्ध व गुणवत्तापरक निस्तारण शिकायतकर्ता की उपस्थिति में उसके संतुष्ट होने की दशा में किया जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अपने-अपने पोर्टल को प्रतिदिन सुबह एवं सायंकाल में स्वयं लॉगिन करेंगे और प्रतिदिन प्राप्त होने वाले शिकायती संदर्भों का 24 घंटे में प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करना सुनिश्चित करेंगे।
बैठक के दौरान उन्होंने आईजीआरएस पोर्टल का अवलोकन किया, जिससे ज्ञात हुआ कि पोर्टल पर लम्बित व डिफॉल्टर संदर्भों की संख्या में वृद्धि हो रही है। साथ ही अधिकांश संदर्भों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न होने की दशा में शिकायतकर्ता से फीडबैक प्राप्त किये जाने पर उसके असंतुष्ट रहने पर अत्यंत खेदजनक, लापरवाही, उदासीनता एवं निर्देशों की अवहेलना का द्योतक बताया। जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त विभागाध्यक्ष एवं कार्यालयाध्यक्षों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि यदि संदर्भों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न होने एवं फीडबैक में शिकायतकर्ता के असंतुष्ट रहने की दशा में किसी प्रकार की प्रतिकूल स्थिति उत्पन्न होती है तो संबंधित के विरुद्ध नियमावली में निहित प्राविधानों के तहत कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
उन्होने बताया कि शिकायतकर्ता की समस्याओं का निस्तारण गुणवत्ता परक एवं निर्धारित समय अंतराल में किया जाए, निस्तारित आख्या का भौतिक सत्यापन उच्चाधिकारियों द्वारा निरंतर किया जा रहा है, इसलिए निस्तारित आख्या भेजते समय सम्बंधित अधिकारी स्वयं मौके पर जाकर निरीक्षण कर ले। आईजीआरएस पोर्टल पर लम्बित संदर्भों को हर हाल में निस्तारित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के प्राथमिकता वाले विकास कार्यों वाली योजनाओं में विशेष रुचि लेकर संबंधित अधिकारी योजनाओं में अपेक्षित प्रगति करें।

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