फिरोजाबाद। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में शासन की मनसा अनुरूप भारत को वर्ष 2025 तक टीबी से मुक्त करने के लिये जिला क्षय रोग विभाग एक बार फिर सक्रिय टीबी रोग खोजी अभियान (एसीएफ) शुरू करने जा रहा है। जिसके अंतर्गत चिकित्सा अधिकारी, सुपरवाईजर, आशा, आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं स्वयं सेवी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सक्रिय क्षय रोग खोजी अभियान को सफल बनने हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह अभियान 9 मार्च से 22 मार्च 2022 तक चलेगा। घर-घर जाकर टीमें संदिग्ध लोगों की जांच करेंगी। मौके पर ही टीमों के द्वारा सैंपल कलेक्शन कराया जायेगा। इसके बाद लैब में लाकर जांच कराई जायेगी। जिससे पता चल सके की टीबी रोगी है या नहीं है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि सक्रिय क्षय रोग खोजी (एक्टिव केस फाइंडिंग) अभियान में टीम द्वारा घर-घर जाकर घर के हर सदस्य से हाल चाल पूछना तथा प्रत्येक व्यक्ति के लक्षणों की जांच करना तथा संभावित क्षय रोगियों को बलगम कि दो डिब्बी देना, बलगम को डिब्बी में कैसे लेना है। इसकी जानकारी को पूर्ण रूप से समस्त टीम के सदस्यों को समझाया तथा बलगम की डिब्बी को सुपरवाइजर के पास जमा करने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी।
उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान में जनपद की कुल 6.5 लाख जनसख्या को कवर किया जायेगा। जिसको कवर करने के लिए 242 टीमों का गठन किया गया। प्रत्येक टीम में 3 सदस्य होंगे। टीमों को सहयोग एवं मार्ग दर्शन के लिए 48 सुपरवाईजरों का चयन किया गया है तथा चिकित्सकीय सहयोग और मॉनिटरिंग के लिए प्रति एक टीबी यूनिट के अनुसार एक चिकित्सक की निगरानी रहेगी। इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लिया जाएगा साथ ही उन्होंने बताया की क्षय रोगी को पोषण हेतु पांच सौ रूपये प्रतिमाह दिया जाता है। क्षय रोगी इलाज सरकारी या निजी किसी भी अस्पताल से ले रहा हो। यह सभी क्षय रोगियों को दिया जाता है।

About Author

Join us Our Social Media