फिरोजाबाद। सुहागनगरी में स्वास्थ्य सेवाओं का लगातार उत्थान हो रहा है। तेजी से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। इसका परिणाम है कि वर्ष 2020-21 में जनपद को 12 कायाकल्प अवॉर्ड मिले हैं। इसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला क्वॉलिटी एश्योरेंस सलाहकार डॉ. रबीश कुमार सिंह की विशेष भूमिका रही है। उन्होंने जनपद की स्वास्थ्य इकाईयों पर बारीक कमियों को स्वास्थ्य अधिकारियों को बताया और उन्हें दुरुस्त कराने में मदद की।
डॉ. रबीश कुमार सिंह ने बताया कि सन 2018 में एनएचएम के क्वालिटी एश्योरेंस प्रोग्राम को ज्वाइन किया था। तब सिर्फ फिरोजाबाद जनपद में सीएससी टूंडला को ही कायाकल्प सांत्वना अवॉर्ड प्राप्त हुआ था। तब मेरे सामने बहुत सारी चुनौतियां थी कि मैं कैसे अपने जिले को शिखर पर ले जाऊंगा। सबसे पहले मैंने अपने जिले के समस्त एमओआईसी से मुलाकात कर उन्हें कायाकल्प अवॉर्ड योजना के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। एवं समस्त स्टाफ को ट्रेनिंग देकर ओरिएंट किया। जिससे उनको इस प्रोग्राम के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी हो सके।
उन्होंने बताया कि कायाकल्प अवॉर्ड योजना भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है। कायाकल्प अवार्ड योजना 15 मई 2015 को सरकार द्वारा लांच किया गया था। जिसको 3 चरणों में पूरा किया जाता है प्रथम इंटरनल, द्वितीय पियर, तृतीय एक्सटर्नल एसेसमेंट। भारत सरकार द्वारा इसकी एक चेक लिस्ट दी गई है। उस चेक लिस्ट में 8 थीमेटिक एरिया होते हैं हॉस्पिटल उपकीप, सैनिटेशन एंड हाइजीन, बायो मेडिकल वेस्ट, इनफेक्शन कंट्रोल, सपोर्ट सर्विसेज, हाइजीन प्रमोशन, बियोंड हॉस्पिटल बाउंड्री, इको फ्रेंडली इन मापदंडों को पूरा करते हुए चेक लिस्ट भरी जाती है। यदि तीनों चरणों में कायाकल्प चेक लिस्ट में जिन चिकित्सा इकाइयों का टोटल स्कोर 70ः से ऊपर होता है उनका शासन द्वारा परिणाम घोषित किया जाता है। जिला सलाहकार ने बताया कि इस तरह हर वर्ष हमारी चिकित्सा इकाइयों में बढ़ोतरी होती गई और आज हम इस शिखर पर पहुंचे हैं कि 2020-21 के परिणाम में कायाकल्प अवॉर्ड योजना में हमारी कुल 12 चिकित्सा इकाइयों को यह अवार्ड प्राप्त हो चुका है जो कि एक सम्मान का विषय है। इस अवॉर्ड को प्राप्त करने के लिए हमारे सारे आला अधिकारियों (डीएम, सीडीओ एवं सीएमओ) ने हमारा समय-समय पर मार्गदर्शन किया। जिससे आज हम इस परिणाम पर पहुंच सके। उन्होंने बताया कि आगे भी हमारा यही लक्ष्य है कि हमारे जनपद से किसी चिकित्सा इकाई को नेशनल अवार्ड प्राप्त हो सके। जिससे कि चिकित्सा क्षेत्र में हमारे जिले का नाम प्रदेश में सम्मान से लिया जा सके।