फिरोजाबाद। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत मनाए जा रहे आईकॉनिक वीक ऑफ हेल्थ के अंतर्गत जनपद के मोहन नगर स्थित रामा कन्या इंटर कॉलेज में छात्र-छात्राओं को टीबी रोग के प्रति जागरुक किया गया। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में स्कूल के शिक्षक और शिक्षिकाओं का क्षय रोग के प्रति संवेदीकरण किया गया।
जिला क्षय रोग केंद्र से टीबी हेल्थ विजिटर (टीबीएचबी) प्रमोद कुमार और प्रबेंद्र कुमार ने द्वारा शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को टीबी से बचाव के बारे में बताया। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को बताया गया कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को देश में किस तरह से चलाया जा रहा है। इसके साथ ही जनपद स्तर पर इसे कैसे संचालित किया जा रहा है। इसके साथ ही छात्रों को टीबी के लक्षण और उसका उपचार संबंधी जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि दो सप्ताह या अधिक समय तक खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द होना, शाम को हल्का बुखार आना, वजन कम होना और भूख न लगना टीबी के सामान्य लक्षण हैं। ऐसे टीबी के संभावित मरीज दिखें तो उनकी टीबी की जांच अवश्य करवाई जानी चाहिए। साथ ही निक्षय पोषण योजना के बारे में बताते हुए कहा कि टीबी होने पर दवाइयों के साथ ही मरीज को पौष्टिक भोजन की भी बहुत जरूरत होती है। इन जरूरतों को देखते हुए केंद्र सरकार ने निक्षय पोषण योजना शुरू किया है। इस योजना के तहत टीबी के मरीजों को केंद्र सरकार द्वारा प्रतिमाह 500 रुपए की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाती है। यह अनुदान मरीज के ठीक होने तक दिया जाता है।