फिरोजाबाद। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के प्रति सामुदायिक सहभागिता बढाने के लिए जनपद में तीन से नौ जनवरी तक आजादी के अमृत महोत्सव के तहत “आईकॉनिक वीक ऑफ हेल्थ’’ मनाया जा रहा है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने प्रेसवार्ता के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि छह जनवरी को एनएसएस, एनसीसी और स्कूली छात्र-छात्राओं का क्षय रोग विषय पर संवेदीकरण किया जाएगा। 7 और 8 जनवरी को जनपद के धर्मगुरुओं का क्षय रोग विषय पर संवेदीकरण किया जाएगा। 9 जनवरी को ग्राम स्तर पर जनप्रतिनिधियों के साथ सामुदायिक बैठक कर लोगों को क्षयरोग के प्रति संवेदीकरण किया जाएगा। इस अवसर पर बैनर, पम्पलेट के माध्यम से क्षय रोग के विषय में जानकारी प्रदान की जायेगी। साथ ही कहा कि जनपद में क्षय रोगियों को खोजकर विभाग द्वारा उनका उपचार किया जा रहा है। वर्ष 2019 में 5968 क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन और उपचार किया गया, इसकी दर 76 प्रतिशत रही। वर्ष 2020 में 4040 क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन हुआ और 75 प्रतिशत उपचार सफलता दर रही। वर्ष 2021 में 4866 मरीजों का नोटिफिकेशन हुआ और उपचार सफलता दर 75 प्रतिशत रही।
उन्होने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में एक जिला क्षय रोग नियंत्रण एवं एक सीबीनाट साइट, 15 टीबी यूनिट, 24 डीएमसी, छह ट्रूनेट साइट और लगभग 540 ट्रीटमेंट सपोर्टर (डॉट्स केंद्र) संचालित हैं। निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत वर्ष 2018 से 2021 तक टीबी रोगियों को जनपद में निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत (डीबीटी) के माध्यम से करीब 2.83 करोड रूपये का भुगतान किया जा चुका है। समुचित मात्रा में क्षय निरोधी औषधियां उपलब्ध हैं तथा राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत अधिसूचित क्षय रोगियों को निक्षय पोषण का लाभ प्रत्यक्ष हस्तान्तरण लाभ (डीबीटी) माध्यम से सीधें लाभार्थियों के खातें में किया जा रहा है। वार्ता के दौरान डा. आरएस अतेंद्र, उप जिला क्षयरोग अधिकारी डा. अशोक कुमार, जिला कार्यक्रम समन्वयक आस्था तोमर, जिला पीपीएम समन्वयक मनीष यादव मौजूद रहे।