फिरोजाबाद। स्व. बाबूराम शर्मा आदर्श की 18 वें निर्वाण दिवस पर एक विराट कवि सम्मेलन का आयोजन विभव नगर में किया गया। जिसमें कवियों ने अपनी रचनाएं पढ़ी।
कवि सम्मेलन का शुभारम्भ प्रमोद बाबू दुबे, ओमपाल ंिसंह निडर ने मां शारदे व बाबू राम शर्मा के चित्र के समझ दीप प्रज्जवलन कर किया। आाशा कुलश्रेष्ठ ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर कवि सम्मेलन का आगाज किया। हास्य कवि मनोज राजताली ने अपने हास्य मई संचालन से चुनावी नेताओं पर व्यंग कसा। खाय पराठे पउआ पीकर से दी दीन्हा जयकरा, आशा कुलश्रेष्ठ अंशू ने पढ़ा चिरागों को न बुझने दे, चलो ऐसा हुनर सीखे, आंकाक्षा भारद्वाज घर से विदा होते वक्त मैंने मां की आंखो में नहीं देखा। कवि प्रवीण पांडे, पूरन चंद्र गुप्त, हरिकिशोर दीक्षित आदि ने अपने काव्य रचनाएं पढ़ी। कार्यक्रम में कल्पना राजौरिया, सुनील शर्मा, सुशील मोहन उपाध्याय, डा. देवेंद्र शास्त्री, यज्ञदंत शर्मा, दिनेश तिवारी, नीलम शर्मा, अनुपमा, प्रतिश्रा आदि मौजूद रहे।