फिरोजाबाद। महिला उत्पीडन की घटनाओें की प्रभावी रोकथाम एवं पीडिताओं को सुगम व त्वरित न्याय दिलाये जाने के उददेश्य से सिविल लाइन स्थित निरीक्षण भवन में उ.प्र. राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्षा अंजू चैधरी व सदस्या सुमन चतुर्वेदी ने महिला जनसुनवायी की। महिला जनसुनवायी के दौरान कुल 12 प्रकरण प्राप्त हुये।
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्षा अंजू चैधरी ने सभी पीडिताओं के पक्ष को एक-एक कर सुना और मौके पर से ही संबंधित अधिकारियों को दूरभाष पर निर्देशित किया। उन्होने घरेलू हिंसा पर सख्त रवैय्या अपनाते हुये घरेलू हिंसा करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दियें। उन्होने कहा कि दहेज के लोभियोें की जगह केवल जेल हो सकती है और पीडितों को सरल व सुगम न्याय दिलाया जाना ही आयोग का उददेश्य हैं। बैठक के दौरान उन्होंने महिलाओं को जागरूक करने की दृष्टि से महिला कल्याण से सम्बंधित शासन के निर्णय और योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के बारे में जिला प्रोवेशन अधिकारी सीमा मौर्य से अपेक्षा की। उन्होने इस मौके पर जिले में महिला उत्पीडन के मामलों में सम्बंधित विभागों द्वारा की गई कार्यवाही की भी समीक्षा की। प्रभारी निरीक्षक महिला थाना ने जनपद में महिला उत्पीडन के मामलों में पुलिस विभाग द्वारा की गई निस्तारण कार्यवाही के बारे में जानकारी दी। इस दौरान समाज कल्याण अधिकारी प्रज्ञा शंकर, पुलिस क्षेत्राधिकारी हरिमोहन सिंह, जिला प्रोवेशन अधिकारी सीमा मौर्य, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी अजंली अग्रवाल, जिला विद्यालय निरीक्षक बालमुकुंद, मध्य प्रदेश हाईकोर्ट सरकारी अधिवक्ता प्रेमनारायण गुप्ता, चाणक्य फाउण्डेशन व परिवार परामर्श काउंसलर अखिलेश शर्मा, अधिवक्ता तुलिका अग्रवाल, एसओ महिला थाना गीता आदि मौजूद रहंे।