फिरोजाबाद। नारायण सेवा संस्थान उदयपुर के सहायतार्थ गर्ग होटल मे चल रही सप्त दिवसीय श्रीमदभागवत कथा के पंचम दिवस कथावाचक डा. संजय सलिल महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का मार्मिक वर्णन किया। वहीं गिरीराज महाराज का छप्पन भोग एवं झांकी सजाई गई ।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म के समय ही लीला शुरू कर दी थी। उनके जन्म होते ही कारागार के द्वार खुल गये और पहरेदार सौ गये। वासुदवे अपनी संतान को लेकर गोकुल में नंद बाबा के घर छोड़ आते है। वहीं उन्होंने बालकाल में ही कई राक्षसों का वध किया। वहीं उन्होंने इंद्र का घमण्ड चूर करने के लिए गिरिराज जी महाराज की पूजा कराई। और उन्होंने गोकुल वांशियों को इंद्र के प्रकोप से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली उठाकर उनकी रक्षा की। वहीं कथा पंडाल में नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल के भजनों से गुजायमान होने लगा। कथा के विश्राम पर मुख्य यजमान सुधीर अग्रवाल एवं कुलदीप मित्तल ने श्रीमद् भागवत की आरती उतारी। इस अवसर कृष्ण मुरारी अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल, अनुग्रह गोपाल, राजेश, अलोक, विनोद, श्रीद्वारिकाधीश मन्दिर के महंत पं. अभिषेक गौड़, राकेश गुप्ता, नीरज मित्तल, राजीव बंसल, जगदीश अग्रवाल, सुनील बंसल, पार्षद हरिओम वर्मा, प्रमोद राजौरिया, अनूपचंन्द्र एडवोकेट आदि मौजूद रहे।