फिरोजाबाद। नारायण सेवा संस्थान उदयपुर के सहायतार्थ गर्ग होटल मे चल रही सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत के चतुर्थ दिन कथा व्यास डा. संजय सलिल ने भगवान राम और कृष्ण के अवतार की महिमा का किया व्याख्यान।
कथा व्यास ने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अधर्म और अत्याचार बढ जाता है। तो प्रभु अवतार लेकर दुष्ट और असुरो का संहार करके धर्म की स्थापना करते। जब कंस ने जब पृथ्वी पर अत्याचार किया तो भगवान देवकी के गर्भ से जन्म लिया। और कंस का वध किया। वहीं भगवान श्री राम ने कौशल्या के गर्भ से जन्म लेकर रावण का वध का सत्य की स्थापना की। महाराज जी ने बताया कि ध्रुव ने माता के कहने पर गृह त्याग दिया। माता ने कहा कि बेटा तुम भजन करो, तुम्हे पिता की गोद क्या तुम्हे सब कुछ मिल जायेगा भजन मे बहुत बडी शक्ति है। ध्रुव भगवान की भक्ति में लीन हो गये और भगवान ने स्वयं आकर ध्रुव के दर्शन दिये। उन्होंने कहा कि कमाया हुआ धन नष्ट हो सकता है। लेकिन भजन, सत्कर्म, दान, पुण्य, यद्य, हित कभी भी नष्ट नही हो सकता। प्रभु के नाम से संसार के बंधन कट जाते है। यमदूत कुछ बिगाड़ नहीं सकते है। किसी भी प्रकार से मन को कृष्ण के चरणो मे लगा देना चाहिए। कथा के अंत मे मुख्य यजमान सुधीर अग्रवाल ने श्रीमद भागवत की आरती की। इस दौरान किशन बिहारी गर्ग, कृष्ण मुरारी अग्रवाल, ई. एससी अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, आलोक, सुरेश मित्तल एडवोकट, कुलदीप मित्तल, अनुग्रह गोपाल अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल, राजकुमार गुप्ता, अनिल गुप्ता, अजय गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, जगदीश अग्रवाल आदि मौजूद रहे।