अमरोहा – उत्तर प्रदेश के अमरोहा के थाना आदमपुर में पुलिस की फर्जी स्क्रिप्ट के खुलासे ने अमरोहा पुलिस को ही सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है प्रेमी संग फरार हुई युक्ति की हत्या ऑनर कलिंग के आरोप में पिता भाई और रिश्तेदार को पुलिस ने फर्जी कपड़े और फर्जी तमंचा लगाकर बेकसूर को जेल भेज दिया था 15 महीने जेल में बंद रहे पिता बेटे और रिश्तेदार को जेल से छुड़ाने के लिए छत का आशियाना तक बिक गया लेकिन कहते हैं ऊपर वाले के यहां देर है लेकिन अंधेर नहीं यही कहावत अमरोहा पुलिस सटीक बैठ रही है पिछले 2 साल से अदालत के चक्कर काट रहे परिवार को आखिर न्यायालय के आदेश पर आरोपी स्पेक्टर सहित 11 पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद परिवार वालों को इंसाफ की आस जगी है।
पूरा मामला अमरोहा के थाना आदमपुर के गांव मलकपुर के रहने वाले किसान की बेटी कमलेश अचानक 6 फरवरी 2019 को घर से गायब हो गई हो और उसके मर्डर में उसके पिता सुरेश और भाई रूपकिशोर और पड़ोस के रहने वाले देवेंद्र सहित तीन लोगों को आरोपी बना कर पुलिस अधीक्षक ने मामले का खुलासा करते हुए उनकी निशानदेही पर कपड़े एक तमंचा कारतूस बरामद करते हुए जेल भेज दिया था पीड़ित का कहना है कि आदमपुर पुलिस ने थर्ड डिग्री देकर हमारे साथ मारपीट कर जबरन गुनाह कबूल करवाया था वह लोग तभी से जेल में बंद है थे।
हैरानी की बात यह है कि जिस युवती की हत्या के इल्जाम में पिता पुत्र रिश्तेदार को जेल भेजा था वह अभी तक जिंदा है और एक बच्चे की मां है युक्ति ने राकेश के साथ प्रेम विवाह बंधन में बंध गई और वह दिल्ली चली गई थी जब कोरोना काल में लॉकडाउन लगा तो घर से प्रेमी के दिल्ली से साथ आकर युक्ति हसनपुर तहसील के पोरारा गांव में रहने लगी, जिसकी भनक झूठे आरोप में जेल काट रहे हैं पीड़ितों को लगी तो परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी लेकिन जब तक सच सामने आया बिचारे किसान का सब कुछ भी कर जेल से छुड़ाने के चक्कर में लग चुका था लेकिन आज फिर से परिवार वालों को इंसाफ की आस जगी है और न्यायालय के आदेश पर झूठी स्क्रिप्ट तैयार करने वाले थाना प्रभारी अशोक शर्मा सहित 11 पुलिसकर्मियों पर उसी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है और जांच भी उसी आदमपुर थाने के इंचार्ज को दी गई है।