लखनऊ। मलिहाबाद। यूपी सरकार ने देश में सभी के लिए जहा इलाज की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखने की प्रतिबद्धता जता रही है। वही राजधानी लखनऊ ग्रामीण के सी एच सी मलिहाबाद में मरीजो को इलाज नहीं मिल रहा रहा है।ताजा मामला ग्राम पंचायत बेलगढ़ा के रहने वाले सुजीत की पत्नी बिटान का है। जो कि प्रसव पीड़ा होने पर दर्द से कराहरही थी पति उन्हें लेकर सी एच सी मलिहाबाद उपचार के लिए लाया था जहाँ पर इलाज कराना तो दूर महिला डाक्टर ने देखना तक उचित नहीं समझा उसे लखनऊ रिफर कर दिया क्योकि उसके पास ना ही देने के लिए रूपये थे ना ही सोर्स था। महिला डाक्टर ने गर्भवती महिला के पति को धमकाते हुए कहा कि यहां बिना बड़े आपरेशन के बच्चा नहीं हो सकता। प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को मजबूरन प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ उसका इलाज हुआ। और नार्मल डिलिवरी हुई। यह कोई अकेला मामला नहीं है अक्सर यह सुनने में आता रहता है कि सी एच सी मलिहाबाद में उपचार के लिए लोगों को परेशान किया जाता है साथ ही तीमारदारो से भी अभद्र भाषा में बोलने की खबरें मिलती है।। वहा पर नर्सो की मनमानी चलती है अगर कोई विरोध करता है तो उसे पूरा स्टाप डरा धमका कर भगा दिया जाता है।
वही वही गर्भवती महिला को लेकर आई आशा बहुओं अनुराधा ने जब महिला की डिलीवरी ना कराई तो वह अपने पति को लेने के लिए बुलाया जो कि उनका पति राकेश कुमार एक छोटा सा पत्रकार भी है जब वहां पर पहुंचा तो देखा कि नर्स गर्भवती महिला के पति पर बाहर गेट पर खड़े होकर के चिल्ला रही थी कि तुम लोग बदतमीज हो और यहां से जल्दी से लेकर के जाओ इसकी यहां डिलीवरी नहीं हो सकती वहीं पर पत्रकार जब पत्नी को बुलाने के लिए गेट के पास पहुंचा तो नर्स ने पत्रकार पर भी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि तुम यहां कैसे और कौन हो शराब पीकर के आए हो बदतमीजी कर रहे हो छेड़ खानी करते हो हम छेड़खानी का मुकदमा लगवा देंगे और अभी झूठे मुकदमे में आपको फसा देंगे नर्स के द्वारा पत्रकार पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया तो पत्रकार ने कौन सी छेड़ खानी पूछने की कोशिश की लेकिन नर्सों ने झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिद करती रही ।
तब पत्रकार ने रात में थाना मलिहाबाद मे जाकर एप्लीकेशन दी और उचित कार्रवाई कर न्याय की मांग की जिसमें पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही ना किए जाने पर जब दूसरे दिन पत्रकारों ने थाने पहुंचे थाना प्रभारी नित्यानंद समझौते का दबाव बनाते हुए कहा कि आप लोग अगर समझौता नहीं करते हो तो मुकदमा लिख दिया जाएगा इससे पत्रकारों में मलिहाबाद क्षेत्र में बड़ा रोष है और मलिहाबाद सीएससी में जाकर अधीक्षक से बात करने की कोशिश की लेकिन मलिहाबाद अधीक्षक अवधेश कुमार ने बात करने से कतराते रहे मजबूरन डेढ़ दर्जन पत्रकारों ने सीएचसी के सामने धरने पर बैठ गए जिसमें अंत में तहसीलदार मीनाक्षी द्विवेदी आई और जांच कर दोषियों के प्रति कार्रवाई करने का आश्वासन दिया तब पत्रकारों ने धरना समाप्त किया लेकिन वहां पर भी स्पेक्टर मलिहाबाद ने पत्रकारो पर मुकदमा लिखने का धमकी देते रहे। क्योंकि ये लोग नहीं चाहते जो भ्रष्टाचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मलिहाबाद में चल रहा है कहीं इसका उजागर ना हो जाए हर डिलीवरी महिलाओं से डिलीवरी के बाद 500 से ₹1000 ले लिए जाते हैं इस को छुपाने के लिए पत्रकारों पर छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देती है।