नई दिल्ली। आसमान से किसानों के लिए बारिश मुसीबत बनकर बरस रही है। अलीगढ़ में हर तरफ खेत में खड़ी और कटी पड़ी फसल जलमग्न हो चुकी है। सिर्फ 24 घंटों की इस बेमौसमी बारिश की मार किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर रही है। आलू की फसल पर सबसे बुरा असर माना जा रहा है।
शनिवार की रात हल्कि छुटपुटी बूंदाबादी के बाद शुरु हुई बरसात की झड़ी रुकने का नाम नहीं ले रही है। मगर इस बरसात ने किसानों को तबाह करके रख दिया है। बीते 24 घंटों में लगातार या रुक-रुक कर बरसने वाले पानी ने शहरों में सिर्फ मौसम को खुशनुमा कर दिया है। मगर किसानों के लिए ये बारिश पूरे साल की मेहनत पर पानी फेरने के लिए आई है। किसानों की तबाही का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि खेतों में कट चुकी आलू की फसल पूरी तरह पानी में डूब चुकी है।
किसान किसी भी कीमत पर धान की कटी हुई फसल को पानी से भरे हुए खेत में से निकाल कर सुरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। आलू की फसल जलमग्न होने के कारण पूरी तरह नष्ट बताई जा रही है। लाहा की फसल बारिश के कारण पूरी तरह बिछ गई है। किसानों का कहना है कि पिछले 24 घंटे से लगातार रुक रुक कर हो रही बारिश से किसान बिल्कुल पस्त हो चुका है और अभी तो आगे भी बारिश होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
इस बारिश से अलीगढ़ के अतरौली, छर्रा, खैर, इगलास, गभाना, कोल के शहरी व ग्रामीण इलाकों में हर तरफ फसल बर्बाद हो गई है। किसानों का कहना है कि आगे त्यौहार हैं, बच्चों की पढ़ाई लिखाई व विवाह-शादी इसी फसल के भरोसे थी, जो अब मुसीबत बन चुकी है। किसान, सरकार व प्रशासन से मुआवज़े की गुहार लगा रहा है।