लखनऊ: राजधानी में पुलिस अपने महकमे के एक कर्मचारी के पिता के हत्यारों को 2 महीने बाद नहीं ढूंढ पाई है. जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं. दरअसल, माल थाना क्षेत्र स्थित अटारी गांव में बदमाशों ने दारोगा दरवेश त्रिवेदी के पिता और गल्ला ब्यवसायी तेजा उर्फ तेजनरायन त्रिवेदी की 24 अगस्त को रात 12ः20 बजे सिर में दो गोलियां दाग कर हत्या कर दी गयी थी. जिनके पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सिर में दो गोलियों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है. हत्या को तत्कालीन थाने के इंस्पेक्टर राम सिंह ने अधिकारियों को गुमराह करते हुए आकाशीय बिजली गिरने से मौत होने का ढिंढोरा पीट कर तफ्तीश से बचने का असफल प्रयास किया था. जिसका खामियाजा उन्हें निलंबित होकर भुगतना पड़ा था.
वहीं, माल के नये थानाध्यक्ष मलिहाबाद की रहीमाबाद चौकी इंचार्ज रविन्द्र कुमार को नियुक्त कर हत्या के खुलासे की कमान सौंपी गई थी. इस हत्या के सम्बंध में रविन्द्र कुमार ने अथक प्रयास किया लेकिन हत्या की कड़ी अभी तक सुलझाने में असफल साबित हो रहे हैं. हत्या के खुलासे का जिम्मा मलिहाबाद इंस्पेक्टर को सौंपा गया था.
तेजा की हत्या में सर्विलांस टीम सहित कई एजेंसियों की मदद ली जा रही है, लेकिन पुलिस को अभी तक कोई कामयाबी हासिल नहीं हो सकी है. हलांकि पुलिस ने ग्रामीणों, नाते रिश्तोदारों सहित कई दर्जन महिला पुरुषों से खुलासा करने का प्रयास तो किया लेकिन असफलता ही हाथ लगी है. अब दो माह का समय गुजर जाने के बाद हत्या का पर्दाफाश न कर पाने से क्षेत्र वासियों का भरोसा पुलिस पर से उठने लगा है.