इटावा में तैनात राजद्रोह के आरोपी दरोगा विजय प्रताप को आईजी ने बुधवार को बर्खास्त कर दिया। उसके खिलाफ पांच केस दर्ज हैं। अनुशासनहीनता में कई बार निलंबित हुआ है और उसको दंडित किया जा चुका है। इटावा एसएसपी ने कार्रवाई के लिए आईजी को रिपोर्ट भेजी थी।
आईजी ने सभी आरोपों की सुनवाई की और साक्ष्यों के आधार पर उस पर कार्रवाई की। आईजी मोहित अग्रवाल के मुताबिक 24 अक्तूबर 2020 को सोशल मीडिया पर दरोगा विजय प्रताप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रदेश सरकार को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट डाली थी।
बतादें कि फ्रेंड्स कालोनी थाने में राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था, इसी दिन विशेष समुदाय को लेकर एक और पोस्ट की। इसका भी केस दर्ज किया गया। इसी दिन दरोगा के खिलाफ तीसरा मुकदमा दर्ज किया गया। यह भी नफरती पोस्ट करने से संबंधित था। इसके अलावा एक अक्तूबर 2020 को फ्रेंड्स कालोनी थाने में ही अधिवक्ता से मारपीट का केस दर्ज हुआ।
पांचवां मुकदमा जनवरी 2021 में इटावा के थाना सहसों में भड़काऊ बयानबाजी व जनता की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का दर्ज किया गया। इन तमाम हरकतों को ध्यान में रखकर ही विजय प्रताप को निलंबित किया गया था। इटावा के तत्कालीन एसएसपी ने बर्खास्तगी की रिपोर्ट आईजी को भेजी थी।
आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि मामले बेहद गंभीर हैं। आरोपी के खिलाफ अहम साक्ष्य भी उपलब्ध हैं। इसलिए विभागीय कार्रवाई व जांच पूरी कर उसको बर्खास्त कर दिया गया है।