बुढ़ाना में जयंत चौधरी की आशीर्वाद रैली से राजनीतिक दलों में हलचल बढ़ गई है। बीजेपी, सपा और बसपा नेता रैली पर नजर बनाए हुए थे। जयंत चौधरी ने अपनी रैली के दौरान बुजुर्गों और युवाओं को साधने की खूब कोशिश की मुजफ्फरनगर जनपद में छह विधानसभा सीट हैं। बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र में जाट बिरादरी की बहुलता के चलते सियासी दल इसे जाट लैंड का नाम देते आए हैं।

बालियान और मलिक खाप के कई गांव इसी विधानसभा क्षेत्र में हैं। बीते दिनों सिसौली में बुढ़ाना विधायक उमेश मलिक की गाड़ी पर कालिख फेंकी गई थी। जयंत चौधरी ने इसे भांपते हुए बुजुर्गों से आशीर्वाद की बात कही। साथ ही एकजुटता पर बल दिया। जयंत चौधरी की बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र में रैली से सपा खेमे में भी खलबली है।

दरअसल, सपा और रालोद का गठबंधन लगभग तय माना जा रहा है। ऐसे में यह सीट किस पार्टी के हिस्से में आएगी, इसे लेकर कयास लग रहे हैं। जयंत ने यहां पर रैली कर रालोद की दावेदारी को मजबूत किया है। हालांकि सपा प्रमुख अखिलेश यादव की रैली भी यहां प्रस्तावित है। बीजेपी के जाट प्रत्याशियों की धड़कनें भी बढ़ गई है।
विभिन्न खापों के चौधरी और ग्राम प्रधानों ने जयंत चौधरी को सम्मानित किया। वहीं इस दौरान 26 गांवों के प्रधानों ने रालोद की सदस्यता ग्रहण की।

About Author

Join us Our Social Media