गौतमबुद्धनगर: बीती रात व्हाट्सएप्प ग्रुप में एक व्हाट्सएप्प वीडियो कॉलिंग का स्क्रीनशॉट डालकर एक सब इंस्पेक्टर ने जनपद में ही तैनात एक एसएचओ पर पीड़िता की मदद करने के बहाने यौन संबंध बनाने का दबाब बनाने के आरोप लगाए थे। आरोप लगाने के बाद सब इंस्पेक्टर ने अपना फोन बंद कर लिया। पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में मामला आने पर एसीपी को मामले की जाँच सौंपी गई। जाँच में सब इंस्पेक्टर स्वमं ही फँसते नजर आ रहे है।
सूत्रों का कहना है कि सब इंस्पेक्टर की महिला से मित्रता थी व सब इंस्पेक्टर नही चाहते थे कि महिला किसी अन्य व्यक्ति से मित्रता करे। महिला द्वारा दर्ज कराए गए बलात्कार के मुकदमे में पुलिस द्वारा महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया गया था। दोनो पक्षो में फैंसला होने पर पुलिस ने महिला के पति को छोड़ दिया। सब इंस्पेक्टर की जानकारी में मामला आने के बाद सब इंस्पेक्टर ने एसएचओ को फोन कर एसएचओ के खिलाफ 376 के मुलजिम को थाने से छोड़ने पर 354 की कार्यवाही कराने की धमकी भी दी थी। महिला ने सब इंस्पेक्टर को वीडियो कॉल के स्क्रीनशॉट भेजे जिससे सब इंस्पेक्टर महिला की एसएचओ से बढ़ती निकटता को देख नही पाए और स्क्रीनशॉट वायरल कर दिए।
दरअसल, एक महिला ने पति व पति के मित्र पर यौन शोषण व बलात्कार के आरोप लगाते हुए एक प्रार्थना पत्र जनपद के एक थाने पर दिया गया था। जिसमे चौकी इंचार्ज के छुट्टी पर होने के चलते उक्त सब इंस्पेक्टर द्वारा महिला की मदद की गई थी लेकिन मुकदमा न पंजीकृत हो पाने के चलते महिला लगातार चौकी थाने के चक्कर लगा रही थी। इसी बीच सब इंस्पेक्टर का एक थाने से दूसरे थाने पर तबादला हो गया व सब इंस्पेक्टर द्वारा महिला से मित्रता होने के चलते सिफारिश भी की गई। अगस्त माह में मामला मीडिया में चलने व वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।
ऐसे में महिला को बयान व अन्य जरूरी कार्यवाही हेतु लगातार थानों के चक्कर लगाए जा रहे थे। इसी बीच महिला की मुलाकात एसएचओ महोदय से होती है व महिला द्वारा एसएचओ से बात करने का प्रयास किया जाता है। जिसमें एसएचओ महिला को जाँच अधिकारी महिला सब इंस्पेक्टर के पास भेज देते है। सूत्रों के अनुसार पीड़ित महिला ने फोन पर कई बार एसएचओ महोदय से संपर्क किया था। बीती रात महिला व एसएचओ के बीच हुई एक वीडियो कॉल का स्क्रीनशॉट न्यूज़ ग्रुप पर वायरल होने पर हमारी टीम ने महिला से संपर्क कर जानकारी की तो महिला ने बताया कि एसएचओ साहब जनपद में ही तैनात इंस्पेक्टर जोकि मेरे मौसाजी है के दोस्त है। व हमेशा मुझसे बहुत अच्छे से बात करते है। ऐसा कुछ भी नही है सब इंस्पेक्टर द्वारा शराब के नशे में मुझे बदमाश करने के उद्देश्य से यह स्क्रीनशॉट शेयर किए गए है। मैंने अपना फोन ठीक करने के लिए भेजा था उस दुकान संचालक से सब इंस्पेक्टर की साठ गांठ है व सब इंस्पेक्टर ने वही से फोटो प्राप्त किये है।
वही एसएचओ से जब जानकारी हेतु कॉल किया गया तो उन्होंने बताया कि मैंने कभी किसी महिला को कोई कॉल नही किया, हो सकता है गलती से कॉल उठ गया हो। मेरे द्वारा इस तरह की न तो कोई डिमांड की गई है न हो कॉल की गई है।
मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आने पर की जा रही जांच के जाँच अधिकारी (एसीपी) ने बताया कि सब इंस्पेक्टर ने बीती रात में कई बार एसएचओ को कॉल कर धमकी भी दी थी व बाद में स्क्रीनशॉट ग्रुप पर शेयर कर दिए ऐसे में महिला की जानकारी के बिना उसके निजी बातचीत के स्क्रीनशॉट शेयर करना अपराध की श्रेणी में आता है। रिपोर्ट बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेजी जा रही है।