फिरोजाबाद/18 सितम्बर/

जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी, संचारी रोग निदेशक व मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ सौ शैय्या व दीदामई स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण, ताजा हालातों के परिप्रेक्ष्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर करने के दिए निर्देष।

भर्ती बच्चों को मीन्यू बनाकर फल, दूध, अण्डा आदि पोश्टिक डायट दिया जाए तथा डिसचार्ज होने के साथ जरूरतमंदों को मच्छरदानी भी दी जाऐं।

जिलाधिकारी ने सौ शैय्या नवीन बिल्डिंग, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र षिकोहाबाद, दीदामई सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रांें में और बैड बड़ाने के दिए निर्देष, बैडों की नही होगी कोई कमी।

जनपद में डेंगू, वायरल बुखार की रोकथाम व प्रभावी नियंत्रण करने हेतु जिलाधिकारी चंद्रविजय सिंह द्वारा निरंतर किए जा रहे निरीक्षण व निरीक्षणों के दौरान दिए जा रहें आवष्यक दिषा-निर्दंेषों का भौतिक स्थलीय सत्यापन एवं समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने षनिवार को मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़, संचारी रोग निदेशक जी एस वाजपेई व मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ सौ शैय्या एवं दीदामई स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होने जनपद के ताजा हालातों के परिप्रेक्ष्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए कारगर, आवष्य दिषा निर्देष दिए। सौ शैय्या निरीक्षण के दौरान उन्होने मेडिकल कॅालेज प्रिंसिपल संगीता अनेजा को निर्देष दिए कि वह नवीन बिल्डिंग में 50 से 60 बैड और बडबाऐं तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र षिकोहाबाद मंे 30 से 40 बैड़ और बढवाए जाए। इसी प्रकार से दीदामई स्वास्थ्य केंद्र सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर आवष्यकतानुसार बैड़ों की संख्या और अधिक बढाई जाए। उन्होने स्पश्ट कहा कि जिलें में बैड की कोई कमी नही होनी दी जाएगी, सभी जरूरतमंद मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाए। उन्होने कहा कि किसी भी मरीज को भर्ती होने व इलाज में कोई समस्या नही आनी चाहिए इसके लिए सभी आवष्यक व्यवस्थाए पूरी की जाए।

जिलाधिकारी ने इसी प्रकार स्वास्थ्य केंद्र दीदामई निरीक्षण के दौरान उन्होने एक-एक कर बच्चों के सभी वार्डोें को देखा जहां सभी बच्चों के बैड पर मच्छरदानी लगी हुई थी, सभी चिकित्सक व स्टाफ पूरी मुष्तैदी से मरीजों की देखरेख कर रहा था। मच्छरदानीयुक्त बैड देखकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देष दिए कि इसी प्रकार से सौ शैय्या नई बिल्डिंग में बैड़ों पर भी मच्छरदानी उपलब्ध कराई जाए। उन्होने यह भी निर्देष दिए कि बच्चों को डिस्चार्ज के समय यथासम्भव मच्छरदानी भी उपलब्ध कराई जाए। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देष दिए कि भर्ती बच्चों को मीन्यू बनाकर फल, दूध, अण्डा आदि पोश्टिक डायट दिया जाए।

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