लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के आवेदन प्रक्रिया शुरु करते ही सबसे पहले पदाधिकारियों ने टिकट पर दावेदारी की है। कांग्रेस पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधि रह चुके चेहरों के दावेदारी करने पर अभी तक 55 विधानसभा सीटों पर सीधे तौर पर नाम आ चुके हैं।
उप्र कांग्रेस में एक सप्ताह पूर्व शुरु हुई आवेदन प्रक्रिया को गोपनीय रखा गया। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और 75 जिलों के जिलाध्यक्षों के पास आवेदन पत्र मिलने लगे और इसकी घोषणा एक सप्ताह बाद की गयी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के दो दिवसीय कार्यक्रम के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने इस जानकारी को सार्वजनिक किया।
प्रदेश कार्यालय से जारी नोट में स्पष्ट किया गया कि कांग्रेस से टिकट लेकर चुनाव लड़ने के इच्छुक नेता, कार्यकर्ता, पूर्व जनप्रतिनिधि और पदाधिकारियों को प्रदेश मुख्यालय या जिला मुख्यालय पर आवेदन करना तय हुआ है।
अभी तक प्रदेश मुख्यालय पर जिन नेताओं ने आवेदन किया है, उसमें 40 चेहरे ऐसे हैं, जो चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं एक दर्जन नये चेहरे हैं, जो पहली बार कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं। इसमें कुछ नाम ऐसे भी हैं, जो दूसरे दलों को छोड़कर कांग्रेस में आये हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की रीति नीति बताने वाले कई नेताओं ने अभी तक दावेदारी नहीं की है और उनका मानना है कि उनके दावेदारी करने के बाद कहीं उनके नाम पर विचार न हुआ तो उनके लिए राजनीतिक संकट उत्पन्न हो जायेगा।
फिलहाल उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय और जिला मुख्यालयों पर 26 सितम्बर तक आवेदन होगा। जिसमें किसी भी विधानसभा पर कोई भी व्यक्ति दावेदारी कर अपना परिचय पत्र देकर आवेदन प्रक्रिया में भाग ले सकता हैं।