शौ शैया अस्पताल में उपचार के दौरान बच्ची ने तोडा दम, नगर विधायक मनीष असीजा मौके पर
परिजनों ने लगाया आरोप, कोई व्यवस्था नहीं, आधा घंटे में ब्लड का इंतजाम करने की बात कही, कहां से करते?
सोचने वाली बात कल वृहद रक्तदान शिविर हुआ आयोजित, फिर भी यहां गंभीर मरीज को मां के बयान अनुसार नहीं हो सका खून का इंतजाम आखिर क्यों?
शव को रोते हुये मोटरसाइकिल पर रख ले गये परिजन, मेडिकल काॅलेज प्रिंसीपल ने दी सफाई अपनी मर्जी से ले गये प्राइवेट वाहन की तरफ किया इशारा, हमने इसका भी किया इंतजाम?
मृत्यु पर कहना, ये हेमेरेज्यम डेंगू फीवर था इसमें बाॅडी में हेमेरेज्यम हो जाते है
फिरोजाबाद-थाना उत्तर क्षेत्र भगवान नगर गली नंबर छह निवासी छह वर्षीय
पल्लवी पुत्री राम कुमार को बीते दिन मेडिकल काॅलेज के शौ शैया में भर्ती
कराया गया था जहां आज उक्त बच्ची की उपचार के दौरान मौत हो गयी। बच्ची के परिजनों का आरोप था कि अंदर कोई व्यवस्था नहीं है, मृत्यु से कुछ समय पूर्व कहा गया आधा घंटे तक ब्लड की व्यवस्था करें कहां से लाये, बच्चे की मां का बीपी लाॅ था बताओ ब्लड कहां से लाये। रोते हुये मां ने लापरवाही का आरोप लगाया। इसके अलावा परिजन शव को मोटरसाइकिल पर रख ले गये, अर्थात अगर एम्बुलेंस व्यवस्था थी तो फिर शव को एम्बुलेंस व्यवस्था के माध्यम से घर क्यों नहीं पहुंचाया गया। मौके पर नगर विधायक मनीष भी पहुंच गये। परिजनों को शोक सात्वनां दी। वहीं मेडिकल काॅलेज प्रिंसीपल डा. संगीता अनेजा ने मामले में सफाई देते हुये बताया कि ये हेमेरेज्यम डेंगू फीवर था इसमें बाॅडी में हेमेरेज्यम हो जाते हैंे। शव वाहन मोटरसाइकिल से ले जाने पर कहना था परिजन एक सेकेंड भी नहीं रूके अपनी मर्जी से ले गये, वहीं एक प्राइवेट गाडी की तरफ इशारा करते हुये बोलीं प्राइवेट वाहन खडा है हमने मरीजों के लिये प्राइवेट वाहन तक लगाया है पर वे अपनी मर्जी से ले गये। मामले में अगर मृत बच्ची की मां के बयान पर गौर डालें तो अभी बीते दिन ही बडा रक्तदान शिविर लगाया गया था अन्य संगठनों ने भी रक्तदान किया था इसके बावजूद शौ शैया अस्पताल में बच्ची की अत्यंत गंभीर स्थिति में ब्लड का आधा घंटे में इंतजाम करने को क्यों कहा गया, यह वाकई सोचने वाली बात है, फिर क्या मतलब रक्तदान का? जब जरूरत पर किसी बच्चे को रक्त उपलब्ध न करा पायें तो?