फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय आवाहन पर शिक्षकों ने 18 सूत्री मांगों को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। साथ ही शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उमेंश चंद्र यादव के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीआईओएस को सौंपा है।
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उमेश चंद यादव ने धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश की तानाशाह सरकार शिक्षकों और कर्मचारियों को बंधुआ मजदूर की तरह से कार्य कराने के लिए प्रेरित कर रही है। जिस तरह से सरकार ने लगातार शिक्षक विरोधी शासनादेश जारी किए हैं। इससे शिक्षकों में भारी आक्रोश है। प्रदेश में शिक्षकों की अनेकों समस्याएं लंबित हैं। उनकी तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग कि वह पुरानी पेंशन को बहाल करें और नई पेंशन को समाप्त करें। नई पेंशन शिक्षकों का खून पीने की प्रणाली है न कि भविष्य की लाठी। सरकार को अपना पुराना शासनादेश वापस लेकर पुरानी पेंशन को बहाल करना होगा। सरकार द्वारा अन्य विभागों में मेडिक्लेम की सुविधा दी गई है। शिक्षकों को मेडिक्लेम देने में सरकार आनाकानी कर रही है। सरकार को अविलंब मेडिक्लेम देना चाहिए और उस पर गंभीरता से विचार करते हुए उन समस्याओं का समाधान करना चाहिए। संरक्षण रामकेश यादव ने कहा है कि सरकार को वित्तविहीन शिक्षकों को एक पर्याप्त मानदेय देकर उनके जीविकोपार्जन का साधन बनाना चाहिए। आज वित्तविहीन का शिक्षक बुरी तरह से करा रहा है। जिला मंत्री राजीव शर्मा ने कहा कि सरकार ने जो 2014 से सामूहिक बीमा बंद किया है उसे शीघ्र लागू करना चाहिए। वहीं शिक्षक संघ द्वारा मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपा है। जिसमें शिक्षकों की समस्या समाधान कराएं जाने की मांग की है। धरना प्रदर्शन के दौरान विद्याराम व्यास, शैलेंद्र मिश्र, राजेश कुमार सिंह, पंकज भारद्वाज, ओम प्रकाश यादव, गोकुल चंद गौतम, रमाशंकर पांडे, सरिता यादव, डॉ संजय तोमर, संजीव जैन, संतोष पाल, प्रभाकर शर्मा, अजय पालीवाल, राजकुमार उपाध्याय, सरिता यादव, अंजू गुप्ता, सुषमा, रेखा रानी, सागर, गायत्री दिवाकर, रश्मि सिंह, सुमित यादव, मनोज प्रजापति, पूनम सिंह, मनु यादव, प्रमोद कुमार, अनुपम पचैरी, मिथलेश, हिमांशु शर्मा आदि मौजूद रहे।

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