दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग के महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों में गिने जाने वाले टूण्डला रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़ाकर 7 कर दी गई. प्लेटफार्म की संख्या बढ़ने से ट्रेनों को आउटर पर खड़ी करने की बजाए अब सीधे प्लेटफार्म पर ही खड़ा किया जा सकेगा. जिससे गाड़ियां लेट लतीफी से बच सकेंगी और टाइम से अपने गन्तव्य को रवाना हो सकेंगी.
फिरोजाबाद: दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग के महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों में गिने जाने वाले टूण्डला रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़ गई है. पहले ये संख्या जहां 5 हुआ करती थी. अब बढ़कर 7 हो गई है. प्लेटफार्म की संख्या बढ़ने से ट्रेनों को आउटर पर खड़ी करने की बजाए अब सीधे प्लेटफार्म पर ही खड़ा किया जा सकेगा. जिससे गाड़ियां लेट लतीफी से बच सकेंगी और टाइम से अपने गन्तव्य को रवाना हो सकेंगी. शनिवार को फिरोजाबाद के सांसद चंद्र सेन जादौन ने इन प्लेटफार्म और कोच इंडिकेटरों का लोकार्पण किया
टूण्डला बेशक फिरोजाबाद जिले में आता है, लेकिन इस शहर के रेलवे स्टेशन के कारण इसकी पहचान देशभर में होती है. दिल्ली-हावड़ा का जो रेलमार्ग है. उसमें टूण्डला महत्वपूर्ण स्टेशन है जो कि प्रयागराज डिवीजन में आता है. यहां से 2 लाइनें अलग-अलग हो जातीं है. एक लाइन जहां दिल्ली को जाती है तो दूसरी लाइन आगरा के लिए जाती है.
पहले जहां इस स्टेशन पर 4 प्लेटफार्म हुआ करते थे, लेकिन गाड़ियों की बढ़ती संख्या के कारण एक और प्लेटफार्म की बढ़ोत्तरी की गई थी. जिससे इसकी संख्या बढ़कर 5 हो गई थी. स्टेशन पर 5 प्लेटफार्म होने के बावजूद तमाम गाड़ियों को आउटर पर ही रोकना पड़ता था. क्योंकि प्लेटफार्म खाली नहीं होते थे. सबसे ज्यादा गाड़ियां आगरा की ओर से आने वाली या फिर जाने वालीं प्रभावित होती थी. लिहाजा काफी दिनों से यहां प्लेटफार्मो की संख्या में इजाफे की जरूरत महसूस की जा रही थी. इसी के मद्देनजर टूण्डला के रेल प्रशासन में दो और प्लेटफार्म स्वीकृत करने का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा गया था. इसी क्रम में प्रस्ताव मंजूर होने के बाद स्टेशन पर 2 नए प्लेटफार्म बनाए गए.शनिवार को फिरोजाबाद के सांसद चंद्रसेन जादौन ने इन प्लेटफार्म और कोच इंडिकेटरों का लोकार्पण किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्लेटफार्म की संख्या बढ़ने से रेलगाड़ियों को समय से चलाया जा सकेगा, वह लेट नहीं होंगी और न ही अब आउटर पर खड़ी होंगी.