उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में अफसर आये दिन अपने अधीनस्थों को दिशा निर्देश देते रहते हैं, ताकि जनता और पुलिस के बीच समन्वय बना रहे. इसी के अंतर्गत दो दिवसीय दौरे पर आए बरेली एडीजी अविनाश चंद ने मुरादाबाद पुलिस लाइन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 257 सिपाहियों के साथ संवाद किया. इस दौरान उन्होंने थानों में तैनाती के दौरान बिना दबाव के जनहित के कार्य करने के साथ ही समाज में पुलिस की भूमिका को सराहनीय करने के संबंध में जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने सिपाहियों से कहा कि आप पुलिस की छवि को जनता तक पहुंचाते हैं, इसलिए गलत आदतों को जल्द से जल्द छोड़ दें.
एडीजी ने कहा ये
जानकारी के मुताबिक, बुधवार को मंडल के दो दिवसीय दौरे पर आए एडीजी अविनाश चंद्र ने पुलिस लाइन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 257 सिपाहियों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया. उन्होंने कहा कि थाने में आने वाले फरियादियों की शिकायतों के निस्तारण से पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ता है. सिपाहियों को तैनाती से पूर्व अपनी सभी बुरी आदतों को त्याग देना चाहिए. पीड़ित को न्याय देते समय किसी के दबाव पर ध्यान नहीं देना चाहिए. इसके साथ ही अपने शारीरिक स्वास्थ्य का भी ख्याल सभी को रखना चाहिए. जब शरीर स्वास्थ्य होगा तभी ड्यूटी भी पूरी जिम्मेदारी से निभा पाएंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस दहेज रहित शादी करके मिसाल कायम करें. इससे सबक लेकर आम जनता भी आपके पदचिन्हों पर चलेगी. वहीँ उन्होंने कहा कि ड्यूटी के बोझ तले दबे पुलिस कर्मियों को अक्सर छुट्टी नहीं मिलने की शिकायत रहती है. बीते सालों में कई पुलिस कर्मियों ने इसी मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या का रास्ता भी अपनाया है. इन घटनाओं से बचने के लिए अब प्रत्येक पुलिस कर्मी की निगरानी उनके साथी करेंगे. ताकि कोई भी पुलिसकर्मी मानसिक रूप से परेशान न रहे. इस दौरान डीआइजी शलभ माथुर, एसएसपी पवन कुमार, एसपी सिटी अमित कुमार आनंद, एसपी देहात विद्यासागर मिश्र, एसपी यातायात अशोक कुमार, एएसपी अनिल कुमार के साथ ही सभी क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी मौजूद रहे।


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