उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर स्थित पिपरसंड़ क्षेत्र में तैयार होने वाले स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस का आगामी 1 अगस्त को शिलान्यास होना है. 350 करोड़ की लागत से 15 एकड़ में बनने वाले इस विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 1 अगस्त को लखनऊ पहुंचेंगे. जिसकी तैयारियां देखने आज डीजीपी मुकुल गोयल और एसीएस अवनीश अवस्थी साइट पर पहुंचे थे. इस दौरान वहां पर पुलिस कमिश्नर और लखनऊ डीएम ने उन्हें चल रहे काम के बारे में जानकारी दी.
यूपी पुलिस ने किया ट्वीट
जानकारी के मुताबिक यूपी पुलिस ने ट्वीट करके लिखा कि, ‘डीजीपी यूपी श्री मुकुल गोयल एवं एसीएस होम श्री अवनीश अवस्थी ने ग्राम पीपरसंड लखनऊ का दौरा किया और ‘यूपी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस’ के उद्घाटन की तैयारियों की स्थिति की समीक्षा की. सीपी, डीएम लखनऊ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें काम की प्रगति के बारे में जानकारी दी’. बता दें कि अमित शाह के लखनऊ दौरे में सिर्फ 2 दिन ही बचे हुए हैं, ऐसे में विश्वविद्यालय में शिलान्यास की तैयारियों को जल्द से जल्द पूरा करने की कवायद शुरू हो गई है. राजधानी लखनऊ में तैयार किए जाने वाले पुलिस साइंस एवं फॉरेंसिक विश्वविद्यालय के निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपी गई है. 1 अगस्त को गृह मंत्री अमित शाह के हाथों शिलान्यास कार्यक्रम पूरा होने के बाद विभाग की ओर से विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इस विश्वविद्यालय के बनने के बाद यूपी पुलिस का आधुनिकीकरण तो होगा ही, साथ में साइबर अपराधों की चुनौतियों से निपटने वाला प्रदेश का पहला पुलिस साइंस एवं फॉरेंसिक विश्वविद्यालय बन जाएगा. सूत्रों का कहना है कि पुलिस विश्वविद्यालय में 12वीं के बाद सिक्योरिटी मैनेजमेंट में बैचलर ऑफ आर्ट, पुलिस साइंस डिप्लोमा, साइबर सिक्योरिटी के स्पेशलाइजेशन के साथ कंप्यूटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी विषय से बी-टेक आदि के कोर्स कराए जाएंगे. यही नहीं, स्नातक के बाद पीजी डिप्लोमा इन पुलिस साइंस, पीजी डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी, पीजी डिप्लोमा इन साइबर फोरेंसिक, क्रिमनॉलजी, पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन से एमए, क्राइम सिक्योरिटी लॉ विषय से मास्टर इन लॉ, साइबर सिक्योरिटी विषय से एम-टेक के डिग्री कोर्स शुरू कराए जाएंगे।