उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में कर्ज से बचने के लिए एक शख्स ने अपनी हत्या का साजिश रचा. और अपने से मिलते-जुलते एक युवक को को मौत के घाट उतार दिया. जांच में जुटी पुलिस ने जब वारदात का खुलासा किया तो पुलिस के भी होश उड़ गए.

फिरोजाबाद : करीब 25 लाख के कर्ज में डूबे फिरोजाबाद के एक व्यापारी ने ऐसा खौफनाक कदम उठाया, जिसे सुनकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. इस व्यापारी युवक ने खुद के अपहरण का न केवल नाटक रचा, बल्कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद में अपने समान कद-काठी के एक व्यक्ति की हत्या कर, उसके शव को एक कुएं में डाल दिया. शातिर हत्यारे ने उक्त व्यक्ति के चेहरे को भी जला दिया और उसका प्राइवेट पार्ट भी काट दिया।
दरअसल, फिरोजाबाद के थाना दक्षिण के राजपूताना मोहल्ला का रहने वाला जुबैर पुत्र जाकिर, कम्प्यूटर रिपेयरिंग और उसको बेचने का व्यापार करता था. एसएसपी अशोक कुमार ने बताया कि जुबेर पर बैंकों, प्राइवेट फर्मो का लगभग 25 लाख रुपए का कर्ज हो गया था. इस कर्ज से बचने के लिए जुबैर ने एक खौफनाक प्लान बनाया. योजना के मुताबिक 8 जून 2018 को जुबैर अचानक लापता हो गया. परिजनों ने 10 जून को थाना दक्षिण में गुमशुदगी का एक केस दर्ज कराया. उसने रास्ते में अपना मोबाइल भी फेंक दिया, ताकि ऐसा लगे कि उसका अपहरण हो गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक, जुबैर पहले दिल्ली गया, जहां से वह हैदराबाद पहुंचा. हैदराबाद से वह महाराष्ट्र के वालुज औरंगाबाद पहुंचा. फिर यहां उसे एक प्राइवेट कंपनी में काम मिल गया. काम के दौरान उसकी दोस्ती सलीम नामक एक ठेकेदार से हो गयी. औरंगाबाद में जुबैर ने अपना नाम बदला और वह रिजवान के नाम से रहने लगा. एसएसपी ने बताया कि जुबैर ने खुद को मरा साबित करने के लिए, अपनी ही कदकाठी के युवक सुधाकर पुत्र अनंदा की हत्या कर दी. सुधाकर औरंगाबाद जिले के मुलखेड़ा का रहने वाला था.हत्यारा जुबैर युवक सुधाकर की भी पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे को जला दिया. साथ ही सुधाकर के शव को एक कुएं में डाल दिया. यही नहीं उसने शव के साथ अपने कपड़े और आईडी प्रूफ भी डाल दिया. लेकिन शातिर हत्यारे की करतूत इतनी भर ही नहीं है, उसने धार्मिक पहचान छुपाने के लिए उसका प्राइवेट पार्ट तक काट दिया।

औरंगाबाद पुलिस ने फिरोजाबाद पुलिस और जुबैर के परिजनों को भी उसकी मौत की जानकारी दे दी. लेकिन इस मामले में नया मोड़ तब आया, जब स्थानीय पुलिस को जानकारी मिली कि जुबैर जिंदा है और फिरोजाबाद आने की फिराक में है. इस जानकारी के मिलते ही पुलिस के भी होश उड़ गए. पूरी कहानी का खुलासा करने के लिए पुलिस जुबैर की गिरफ्तारी के प्रयास में लग गई. आखिर में बुधवार यानि 28 जुलाई को पुलिस ने जुबैर को लाइनपार पुल के पास से अरेस्ट कर लिया. एसएसपी ने बताया कि पूरे मामले की जानकारी औरंगाबाद पुलिस को दे दी गयी है. जुबैर ने अपना गुनाह भी कबूल लिया है।


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