21 जिले भारी बारिश से प्रभावित
मुंबई। महाराष्ट्र इन दिनों पिछले 40 साल की सबसे भीषण बारिश और बाढ़ से जूझ रहा है। महाराष्ट्र में इस साल जून से अब तक मानसून के कहर से 228 लोगों की मौत हुई है। इसमें से 28 की मौत पिछले 24 घंटे में जबकि 149 लोगों की मौत पिछले 72 घंटों के दौरान ही हुई है।

जिन जिलों में भयंकर तबाही हुई है, उसमें से एक सातारा जिले के कोयनानगर इलाके का दौरा आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे करने वाले हैं। ष्टरू ऑफिस के मुताबिक, राज्य के 21 जिले मौजूदा समय में भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं। इसे देखते हुए उद्धव ने 27 जुलाई को अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला लिया है।

बाढ़ प्रभावितों से भी मिलेंगे उद्धव

मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि सातारा जिले में भारी बारिश की वजह से पाटण तहसील में भूस्खलन हुआ है। इसके अलावा आंबेघर और मिरगांव परिसर में चट्टान खिसकने की खबर है। यहां हुए जान-माल के नुकसान का जायजा लेने के लिए उद्धव पुणे से कोयनानगर इलाके लिए हेलिकॉप्टर से रवाना होंगे।

इसके बाद वे 11.40 बजे कोयनानगर के जिला परिषद प्राथमिक स्कूल में बने रिलीफ कैंप जाकर बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 12.15 बजे जिला प्रशासन की एक बैठक भी लेंगे।

तलीये गांव में अभी तक 53 शव मिले, 32 अभी भी मलबे में दबे

इस बीच रायगढ़ के तलीये गांव में 22 जुलाई की शाम 5 बजे हुई लैंडस्लाइड के बाद लगातार पांचवें दिन राहत और बचाव अभियान जारी है। हृष्ठक्रस्न, स्ष्ठक्रस्न, ञ्जष्ठक्रस्न की टीमें स्थानीय लोगों के साथ मिलकर राहत कार्य में जुटी हुई हैं।
सोमवार सुबह तक 53 लोगों के शव बरामद हुए हैं। अभी भी 32 लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं। गुजरते वक्त के साथ उनके जिंदा रहने की उम्मीदें कम होती जा रही हैं। बारिश और कीचड़ की वजह से यहां बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है।

सबसे ज्यादा मौतें रायगढ़ में

महाराष्ट्र में पिछले 72 घंटों के दौरान 149 लोगों की मौत हुई है। इसमें सबसे अधिक 60 जानें रायगढ़ जिले में गई हैं। इसके अलावा सातारा में 41, मुंबई उपनगर में 4, सिंधुदुर्ग में 2, कोल्हापुर में 7, पुणे में 2, रत्नागिरी में 21 और ठाणे में 12 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा जून से अब तक करीब 100 लोग लापता भी हुए हैं।
हृष्ठस्नक्र की 25 टीम, नेवी की 5, आर्मी की 3, कोस्ट गार्ड की 2 टीम और स्ष्ठक्रस्न की 4 टीम अभी भी राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। इन एजेंसियों ने अब तक करीब 2.29 लाख लोगों को बचाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है। बाढ़ में 3,248 जानवरों की भी मौत हुई है।

इस मानसून में 34 प्रतिशत ज्यादा हुई बारिश
महाराष्ट्र में जून की शुरुआत से लेकर अब तक करीब 34 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक 25 जुलाई तक महाराष्ट्र में मानसून की 469.8 मिमी बारिश होने की संभावना थी, लेकिन असल में 34 प्रतिशत अधिक यानी 629.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है।

घायलों को जल्द से जल्द इलाज देने के निर्देश
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने हेल्थ अथॉरिटी से जल्द से जल्द घायल हुए लोगों तक इलाज पहुंचाने का निर्देश दिया है। बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सांगली, सतारा में सभी जरूरी इलाज के निर्देश भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दिए गए हैं।


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