जनपद के चिन्हित पात्र 67 बच्चों को राज्य महिला आयोग की सदस्या, जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्र
फिरोजाबाद। उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का गुरूवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया गया। जिसमें कोविड-19 महामारी से अनाथ हुए बच्चों को प्रतिमाह चार हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जनपद के चिन्हित पात्र 67 बच्चों को राज्य महिला आयोग की सदस्या, जिलाधिकारी एवं सीडीओ ने प्रमाण पत्र दिए।
कोविड-19 महामारी से अनाथ हुए बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य व देखभाल के लिए संचालित उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ गुरूवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन लखनऊ से किया। जिसका सजीव प्रसारण विकास भवन सभागार में मौजूद राज्य महिला आयोग की सदस्य सुमन चतुर्वेदी, जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह एवं सीडीओ चर्चित गौड़ सहित अन्य अधिकारियों, लाभार्थीगण व जन सामान्य ने देखा एवं सुना। कार्यक्रम के उपरांत जनपद में चिन्हित पात्र 67 बच्चे जो कोविड-19 महामारी से अनाथ हुए उनको राज्य महिला आयोग की सदस्य सुमन चतुर्वेदी व जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ ने प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण अनाथ हुए ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता दोनों अथवा माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु हो गई हो ऐसे बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा, चिकित्सा आदि की व्यवस्था हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि 0 से 18 वर्ष की उम्र तक के सभी बच्चों को इस योजना में शामिल किया गया है। जिन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण अपने माता-पिता में से आय अर्जित करने वाले अभिभावक को खो दिया हो, इसके साथ ही कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा और सुरक्षा के लिए बाल देखरेख करने वाली सरकारी संस्थाओं में आवास, चल-अचल संपत्तियों की कानूनी सुरक्षा, बेटियों के विवाह हेतु 101000 की आर्थिक सहायता, कस्तूरबा गांधी बालिका, अटल आवासीय विद्यालयों में निःशुल्क शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा में अध्ययनरत छात्रों के लिए लैपटॉप व टेबलेट इत्यादि की व्यवस्था की गई है। जिला प्रोबेशन अधिकारी सीमा मौर्य ने बताया कि इस योजना अंतर्गत जनपद में अब तक 67 पात्र बच्चे चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें आज प्रमाण पत्र दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी से निराश्रित हुए ऐसे सभी बच्चों को चिन्हित कर उन्हें इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा। इस अवसर पर समाज कल्याण अधिकारी डॉ प्रज्ञा शंकर तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह, बाल संरक्षण अधिकारी, लाभार्थीगण व अन्य संबंधित उपस्थित रहे।