फिरोजाबाद। बारिश के सीजन में बुखार को हल्के में नहीं लें। यह खतरनाक रूप धारण कर सकता है। सबसे बेहतर यही है कि सतर्कता के साथ उपचार कराएं। जिससे नुकसान नहीं उठाना पड़े। नजदीकी अस्पताल में जाकर डाक्टर की परामर्श से इलाज कराएं। जब तक स्वस्थ्य न हो जाएं, तब तक नियमित इलाज कराना ही बेहतर है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस माह के दौरान टीबी, डेंगू, मलेरिया, इंसेफेलाइटिस, कालाजार, कोविड-19 जैसे विभिन्न प्रकार के संचारी रोगों के अलावा कुपोषण के प्रति भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। अभियान का मुख्य उद्देश्य बीमारियों के प्रति जन जागरूकता के जरिये रोकथाम है। और इसके बावजूद अगर कोई बीमार होता है तो इलाज के सही तौर-तरीके के बारे में व्यवहार परिवर्तन करना है। इस समय मच्छरों से बचाव करना जरूरी है। मेडिकेटेड मच्छरदानी के इस्तेमाल, घरों के भीतर साफ-सफाई, हाथों की स्वच्छता, पौष्टिक भोजन के सेवन, चूहा, छछुंदर से घर को मुक्त करना, शुद्ध पेयजल के इस्तेमाल, पानी का क्लोरिनेशन कर इस्तेमाल, मॉस्क के उपयोग, दो गज की दूरी जैसे नियमों को पालन करें। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक रवि कुमार ने बताया कि तेज बुखार का रोगी आशा कार्यकर्ता को सूचित कर सकता है। आशा कार्यकर्ता मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने में मदद करेगें। आवश्यकता पर एंबुलेंस सेवा भी मुहैया कराई जायेगी। बुखार होने पर अपने मन से मेडिकल स्टोर से दवा खरीद कर ना खाये। समय से इलाज शुरू कर दिया जाए तो जटिलताएं नहीं बढ़ती हैं और मरीज की जान बचायी जा सकती है।


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