फ़िरोज़ाबाद : नारखी विकास खंड के गांव पचवान में बीते 15 दिनों में 50 से ज्यादा पशुओं की मौत हो चुकी है. ग्रामीणों की मानें तो पशुओं को पहले बुखार आता है और फिर उसकी मौत हो जाती है. गांव में फैली यह बीमारी अब तक एक-एक कर 50 पशुओं को लील चुकी है।

तमाम पशु तो अभी भी बीमार है. ग्रामीण इलाकों में इलाज करने वाले डॉक्टर खुद भी नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर पशुओं की मौत की वजह क्या है. राहुल की तो पांच दुधारू समेत सात पशुओं की मौत हो चुकी है जबकि सत्यवीर, दलवीर, राम सेवक,राज बहादुर,महेश के भी एक एक पशु की मौत हो चुकी है।

अर्जुन और मयूर पचौरी के पशु बीमार है. गांव में बीमार पशुओं की संख्या 100 के आसपास है. ग्रामीण श्यामबीर ने बताया, जैसे कोविड बीमारी के लक्षण इंसान में पाये जाते हैं, उसी तरह का बुखार अन्य लक्षण पशुओं में पाए जा रहे है। कहा कि पशुपालन विभाग को इस रहस्यमय बीमारी का पता लगाना चाहिए।

रहस्यमय बीमारी की जानकारी के बाद रविवार को पशुपालन विभाग की टीम ने गांव का दौरा किया. इस दौरान पशुओं का टीकाकरण किया गया। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुबोध कुमार ने बताया कि हीट स्ट्रोक और गलघोंटू की बीमारी की वजह से पशु बीमार हुए हैं. इसी कारण उनकी मौत हुयी है। गांव में पशुओं का टीकाकरण करा दिया गया है। ग्रामीणों में कोरोना की दहशत को उन्होंने निर्मूल बताया।


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