फिरोजाबाद:- जिला विज्ञान क्लब, फिरोजाबाद के जिला समन्वयक अश्वनी कुमार जैन ने इस वर्ष के सूर्यग्रहण के अवसर पर बताया कि इस वर्ष सूर्यग्रहण 10 जून 2021 को पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि सूर्यग्रहण तब लगता है, जब चन्द्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आता है। परन्तु इस बार चन्द्रमा पृथ्वी से ज्यादा दूरी पर है। इसलिए यह पूरी तरह से सूर्य को नहीं ढकेगा और किनारे से सूर्य की रोशनी नजर आएगी। रिंग ऑफ फायर बनने का कारण यह है कि वर्ष के इस समय चन्द्रमा और सूर्य पृथ्वी के हिसाब से ऐसी स्थिति पर होते हैं कि दोनों का आकार एक जैसा लगता है। चन्द्रमा की कक्षा गोलाकार नहीं है, इसलिए पृथ्वी से इसकी दूरी के हिसाब से कभी यह बड़ा दिखता है और कभी छोटा। जब यह दूर होता है तो पृथ्वी और सूर्य के बीच में आने पर यह पूरी तरह से सूर्य को ढकता नहीं है और तब सूर्य का बाहरी हिस्सा छल्ले की तरह दिखता है। खगोल शास्त्रियों के अनुसार इस वर्ष रिंग ऑफ फायर उत्तरी ध्रुव, ग्रीनलैंड और कनाडा के हिस्सों में दिखाई देगा। उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में आंशिक सूर्यग्रहण नजर आएगा। इसमें पूरा छल्ला नहीं बना होगा लेकिन ऐसा लगेगा जैसे चन्द्रमा ने सूर्य का एक टुकड़ा खा लिया हो। अमेरिका में दक्षिणपूर्व, उत्तरपूर्व, मध्यपश्चिम, उत्तरी अलास्का जैसे इलाकों में सूर्योदय से पहले दिख सकता है। हालांकि, भारत में यह नजर नहीं आएगा। इसे ऑनलाइन तो देखा जा ही सकता है। जिन स्थानों पर सूर्यग्रहण पड़ रहा है एवं जो व्यक्ति आसमान में इसको देखने की योजना कर रहे हैं, उन्हें इसके लिए स्पेशल चश्मे जरूर लगाने चाहिए। सूर्यग्रहण को सीधे बिना चश्मे के देखने से आंखें खराब हो सकती हैं। इसके अलावा टेलिस्कोप-दूरबीन जैसे स्पेशल फिल्टर्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
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