भारतीय रेलवे अभी सेवाओं की पूर्ण बहाली नहीं करेगा. इसकी पुष्टि भारतीय रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने की है, वहीं उन्होंने वर्तमान में ट्रेनों की मांग बढ़ने की जानकारी भी दी है।
देश में कोरोना वायरस की दूसरी आक्रामक लहर के बाद भारतीय रेलवे ने कुछ ट्रेन और ट्रेन में मिलने वाली सेवाओं पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब कोविड के मामलों में कमी आने के चलते ट्रेनों की मांग बढ़ रही है. इसी के चलते भारतीय रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ सुनीत शर्मा ने मंगलवार को कहा कि भले ही कोविड केस कम हो गए हो लेकिन अभी सेवाओं की पूर्ण बहाली नहीं की जाएगी, उसके लिए यात्रियों को इंतजार करना होगा, क्योंकि कोविड प्रतिबंध अभी भी लागू है.
इस दौरान सुनीत ने बताया कि इस महीने लगभग 13 लाख लोग हर दिन ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं. जो पिछले महीने की तुलना में 5 लाख ज्यादा है. वहीं रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि अभी कोविड प्रतिबंध लागू हैं. इसलिए सेवाओं की पूर्ण बहाली के लिए इंतजार करना होगा. फिलहाल भारतीय रेलवे मांग के अनुसार ट्रेन की सेवाएं देता रहेगा, लेकिन कोविड की स्थिति के चलते टाइमलाइन नहीं दी जाएगी. वहीं
तीन महीनों में चली 500 अतिरिक्त ट्रेन
रेलवे बोर्ड के सीईओ ने बताया कि अप्रैल, मई, जून 2021 के दौरान 500 अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा रही हैं. ये ट्रेनें गोरखपुर, पटना, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, वाराणसी, गुवाहाटी, मंडुआडीह, बरौनी, प्रयागराज जैसे यात्रियों के लिए हैं.
रेलवे पटरियों पर हुई मौतें
जनवरी से दिसंबर 2020 के बीच में रेलवे पटरियों पर लगभग 8,733 लोगों की मौत हुई थी, जिस पर सीईओ ने कहा कि इन्हें अतिचार मौतों के रूप में गिना जाएगा न कि इन्हें रेलवे दुर्घटना माना जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले दो सालों में रेलवे ने 448 फीट ओवरब्रिज का निर्माण किया है, जिससे रेल नेटवर्क में ऐसे पुलों की कुल संख्या 4,087 हो गई है.