महिला सशक्तिकरण जैसे अभियानों के फ़िरोज़ाबाद जनपद में नहीं कोई मायने

जी हां आप बिल्कुल ठीक सुन रहे हैं जनपद फिरोजाबाद में महिला सशक्तिकरण जैसे अभियानों के कोई मायने नहीं है क्योंकि यहां महिलाएं न्याय के लिए थाने एवं प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर लगा लगा कर खुद घनचक्कर बन चुकी हैं लेकिन न्याय है मिलने का नाम नहीं लेता, आखिरकार क्या है माजरा आपको दिखाते हैं ।

पूरा मामला
जनपद फिरोजाबाद के थाना उत्तर क्षेत्र के नगला भाऊ का है जहां की स्थानीय निवासी रजनी यादव को उनके ससुराली जनों द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था अतिरिक्त दहेज की मांग की जा रही थी वही रजनी यादव प्रेग्नेंट है उसके बावजूद उनके साथ मारपीट की गई चाकू मारे गए जिसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज हुई विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत हुआ किंतु पीड़िता का यह आरोप है पुलिस प्रशासन ने अब तक अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया है वहीं I.O. अलविना पठान लड़के पक्ष से मिल गई है क्योंकि हमसे ₹1 लाख रु की मांग की गई थी जो हम नहीं दे पाए जिसके कारण अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है । एफ आई आर की कॉपी मेडिकल की कॉपी मारपीट के वीडियो सहित तमाम दस्तावेज इस बात की गवाही देते हैं कि पीड़िता रजनी यादव को वास्तविकता में परेशान किया जा रहा था तथा उससे जबरन गर्भपात कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा था आखिरकार क्यों? आख़िर क्या है माजरा आइए आपको दिखाते हैं और सुनवाते हैं ।


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