नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना महामारी पर नियंत्रण के मद्देनजर नौ राज्यों के 46 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। यह बैठक वर्चुअल तौर पर आयोजित की गई है। पीएम मोदी ने जिलाधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि हमारे देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग-अलग चुनौतियां हैं। एक तरह से हर जिले की अपनी अलग चुनौती है। आप अपने जिले की चुनौतियों को बहुत बेहतर तरीके से समझते हैं। इसलिए जब आपका जिला कोरोना महामारी से जीतता है, तो देश जीतता है। कोरोना के खिलाफ इस युद्ध में आप सब लोग एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका में है। आप एक तरह से इस युद्ध के मैदान में कमांडर हैं।
संक्रमण के घटते मामलों के बीच सतर्क रहने की जरूरत
पीएम मोदी ने बताया कि इस वायरस जानलेवा के खिलाफ हमारे हथियार क्या हैं? उन्होंने कहा, ‘हमारे हथियार हैं- स्थानीय कंटेंमेंट जोन, तेजी से जांच और लोगों तक सही व पूरी जानकारी।’ साथ ही पीएम ने चेताया कि इस समय, कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े कम हो रहे हैं, कई राज्यों में बढ़ रहे हैं। लेकिन कम होते आंकड़ों के बीच हमें ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है।
कोरोना की दूसरी लहर में ग्रामीण क्षेत्रों पर देना है ध्यान
उन्होंने कहा कि बीते एक साल में करीब-करीब हर मीटिंग में मेरा यही आग्रह रहा है कि हमारी लड़ाई एक एक जीवन बचाने की है। कोरोना की इस दूसरी वेव में, अभी ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में हमें बहुत ध्यान देना है। कोविड के अलावा आपको अपने जिले के हर एक नागरिक की ‘Ease of Living’ का भी ध्यान रखना है। हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी ज़रूरी सप्लाई को भी बेरोकटोक चलाना है।
कोरोना वैक्सीन की सप्लाई बढ़े स्तर पर बढ़ाने के प्रयास
पीएम मोदी ने कहा कि टीकाकरण कोविड से लड़ाई का एक सशक्त माध्यम है, इसलिए इससे जुड़े हर भ्रम को हमें मिलकर करना है। कोरोना के टीके की सप्लाई को बहुत बड़े स्तर पर बढ़ाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। वैक्सीनेशन को लेकर व्यवस्थाओं और प्रक्रियाओं को हेल्थ मिनिस्ट्री लगातार स्ट्रीमलाइन कर रही है।