कोरोना संक्रमण के खतरे को काफी हद तक कम कर देता है टीकाकरण इटली में हाल ही में किए गए एक शोध से पता चलता है कि वैक्सीन लगाने से कोरोना संक्रमण और इससे मौत का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। किसी यूरोपीय संघ के देश द्वारा किया गया अपने तरह का यह पहला अध्ययन है। इसमें कहा गया है कि फाइजर, माडर्ना और एस्ट्राजेनेका की पहली डोज देने के पांच सप्ताह बाद सभी आयु वर्ग के वयस्कों में कोरोना संक्रमण में 80 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई।
इटली के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (आइएसएस) और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा देशभर में अब तक 1.37 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। विज्ञानियों ने टीकाकरण शुरू करने के दिन 27 दिसंबर, 2020 से लेकर तीन मई, 2021 तक के आंकड़ों का अध्ययन किया। अध्ययन से पता चला कि शुरुआती टीकाकरण के बाद पहले दो सप्ताह में सार्स-सीओवी-2 संक्रमण, मरीजों को अस्पताल में दाखिल करने और मौत की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट आई है।
आइएसएस ने कहा, पहली डोज लेने के 35 दिन बाद संक्रमण में 80 फीसद, अस्पताल में भर्ती कराने में 90 फीसद और मौत में 95 फीसद की गिरावट आई है। आइएसएस ने कहा कि यह प्रभाव सभी आयु वर्ग के लोगों और महिलाओं व पुरुषों में समान रूप से देखा गया। आइएसएस के अध्यक्ष सिल्वियो ब्रुसफेरो ने कहा कि इन आंकड़ों से टीकाकरण अभियान की उपयोगिता साबित होती है। इससे यह भी पता चलता है कि आपात स्थिति को खत्म करने के लिए ज्यादा-से-ज्यादा संख्या में लोगों को टीका लगाना कितना जरूरी है।