शिकोहाबाद। लॉकडाउन में दबंग व पुलिस प्रशासन के करीबी दुकानदार खुलेआम कोरोना कर्फ्यू की धज्जियां उड़ा रहे हैं। पुलिस को दिखते ही शटर डाल दिये जाते हैं और जाते ही खोल लिए जाते हैं। पुलिस ग्राहकों को खदेड़ती है, जबकि उसका कोई दोष नहीं है। वहीं कुछ पुलिस और प्रशासन के साथ उठने-बैठने वाले दुकानदार इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं। जिससे अन्य दुकानदारों में अंदरखाने रोष व्याप्त है।
नगर में लॉकडाउन के समय प्रशासन ने सुबह छह से 11 बजे तक आवश्यक वस्तुओं के खोलने की इजाजत दी है। बताया जाता है कि लेकिन बाजार में सुबह पांच बजे से सभी दुकानें खुल जाती हैं। दुकानदार पुलिस से बचने के लिए ग्राहकों को दुकान में अंदर कर लेते हैं और बाहर एक युवक को खड़ा कर देते हैं। जैसे ही पुलिस दिखती है, दुकान का शटर डाल कर भाग जाते हैं। पुलिस और व्यापारियों में यह लुका-छिपी का खेल दिन भर चलता रहता है। लेकिन इसमें भी कुछ दुकानदार ऐसे हैं जो पुलिस के सामने भी दुकानें खोले रखते हैं। दुकानों के बाहर वाहनों की भीड़ होती है, लेकिन शटर डाल दिया जाता है। पुलिस के जाने के बाद ग्राहकों को निकाल देते हैं और अन्य ग्राहकों को अंदर कर लिया जाता है। पुलिस को बाजार में भीड़ दिखती है तो दूर दराज गांव से सामान लेने आए लोगों पर लाठियां बरसा कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेती है। जिसकी बजह से दुकानदार खुलेआम लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहा है। जनता का कहना है कि पुलिस अगर दुकानदारों पर सरकार द्वारा निर्धारित रकम का चालान करे तो दुकनदारों मे पुलिस का भय भी हो और सरकार का राजस्व भी बढेगा। बाजार में लॉकडाउन का पालन होने लगेगा। पुलिस की भाग दौड भी कम होगी।