फिरोजाबाद : जिले में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणामों को लेकर विवाद खड़ा होने लगा है। विरोधी ही नहीं बल्कि सत्ता पक्ष यानी कि बीजेपी के समर्थन से चुनाव लड़ने वाले कार्यकर्ता भी जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठ गए हैं. पूर्व ब्लाॅक प्रमुख और प्रसपा नेता मीना राजपूत का रविवार को तीसरे दिन भी धरना जारी रहा। रविवार को सिरसागंज से सपा के निष्कासित विधायक हरिओम यादव ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर उनका समर्थन किया।
जिला मुख्यालय में धरने पर बैठीं मीना राजपूत

2 मई को शुरू हुई पंचायत चुनाव की मतगणना के परिणाम 4 मई तक आ गए थे. फिरोजाबाद की बात करें तो यहां की जिला पंचायत के वार्ड संख्या 24 पर निर्दलीय प्रत्याशी भीम सेन कुशवाहा ने जीत हासिल की है. इस वार्ड से चुनाव लड़ने वालों में एक प्रत्याशी देवेंद्र प्रताप सिंह भी हैं जो कि प्रसपा की प्रदेश सचिव, पूर्व ब्लॉक प्रमुख और राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्या मीना राजपूत के बेटे हैं. अपने बेटे की हार के बाद मीना राजपूत 7 मई से जिला मुख्यालय पर ही धरने पर बैठीं हैं.उनका आरोप है कि उनके बेटे को जो वोट मिले थे, उन्हें दूसरे प्रत्याशी के खाते में चढ़वाकर उनके बेटे को जबरन हरा दिया गया. मीना राजपूत ने कहा कि वह इंसाफ के लिए धरने पर बैठीं हैं. उन्हें अगर इंसाफ नहीं मिलेगा तो वह भूख हड़ताल शुरू करेंगी।  रविवार को सिरसागंज से सपा के निष्कासित विधायक हरिओम यादव भी मीना राजपूत के धरनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि प्रशासन को मीना राजपूत के आरोपों का संज्ञान लेना चाहिए।

बीजेपी समर्थक दो अन्य प्रत्याशी भी धरने पर बैठे

मीना राजपूत के धरने के पास ही बीजेपी समर्थक वार्ड संख्या-1 के प्रत्याशी सूरज कुमार दिवाकर और वार्ड संख्या-13 की प्रत्याशी सुमन माहौर के पति खजान सिंह भी जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठे हैं. इन लोगों का आरोप है कि उन्हें जबरन हराया गया. उन्हें जीत का सर्टिफिकेट दिया जाए. इस संबंध में जब अपर जिलाधिकारी से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गयी लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।


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