यूपी कोरोना: एक तरफ प्रदेश में कोरोना से कोहराम मचा हुआ है और दूसरी तरफ हाल ही में पंचायत चुनाव संपन्न हुए। ये पंचायत चुनाव ऐसे समय में संपन्न हुए जब कोरोना अपने पीक पर था। ऐसे में कोरोना संक्रमण गांव-गांव तक तेजी से फैलता हुआ नजर आ रहा है।
यूपी कोरोना: एक तरफ प्रदेश में कोरोना से कोहराम मचा हुआ है और दूसरी तरफ हाल ही में पंचायत चुनाव संपन्न हुए। ये पंचायत चुनाव ऐसे समय में संपन्न हुए जब कोरोना अपने पीक पर था। ऐसे में कोरोना संक्रमण गांव-गांव तक तेजी से फैलता हुआ नजर आ रहा है। गांवो में बीमार होने और मरने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

ताजा मामला, प्रदेश के पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों से जुड़ा हुआ है। चुनाव आयोग के एक अधिकारी के मुताबिक अब तक प्रदेश में 99 पंचायत उम्मीदवारों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा एक महीने के दौरान का है। बताया जा रहा है कि, चुनाव के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में मरने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि, इससे पहले शिक्षकों से जुड़े एक संगठन ने चुनाव ड्यूटी में लगे 700 से अधिक शिक्षकों की मौत का दावा किया था।
वहीं लखनऊ के आसपास के गांवों की स्थिति भी ख़राब है। यहां के तकरोही गांव में मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। यहां की स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है। अप्रैल माह से अब तक करीब 125 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि काफी लोग अभी भी बीमार बने हुए हैं। यहां लोगों को सांस लेने की समस्या हो रही है, जिसकी वजह से उनकी मौतें हो रही हैं। इसी तरह एक अन्य गांव अमराई में भी भीषण रूप में संक्रमण के फैलने की खबरें मिल रही हैं। यहां भी अब तक 50 से अधिक लोगों के मरने की सूचना मिल रही हैं।
इतनी बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित होने और मरने के बावजूद जांच और इलाज के लिए यहां कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। न ही अस्पताल ले जाने के लिए कोई सुविधा है। गांव में ही लोग अपना इलाज करने के लिए मजबूर हैं। स्वास्थ्य महकमा तो पूरी तरह विफल नजर ही आ रहा है, साथ ही नगर निगम द्वारा भी किसी प्रकार के सेनेटाइजेशन आदि की व्यवस्था नहीं की गई है।


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