कोरोना के साथ-साथ पंचायत चुनाव में शराब ने अलग कोहराम मचाया हुआ है। इससे जुडी कई आपराधिक गतिविधियां रोज़ सामने आती हैं। शराब पिने से लगातार लोग अपनी जान गवा रहे हैं। बता दें, मेरठ में इंचौली के साधारणपुर गांव में पंचायत चुनाव में शराब पीने से फिर 10 लोगों की मौत हुई है और इसका आरोपी दिल्ली पुलिस का सिपाही कपिल प्रधान पद के प्रत्याशियों गिरफ्तारी के बाद से अब तक फरार है। जांच में अभी तक पुलिस को इसके खिलाफ कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
फॉरेंसिक रिपोर्ट का है इंतज़ार
बतया दें, 24 अप्रैल की रात को साधारणपुर गाव में प्रधान पद के प्रत्याशी संजय कुमार और महाराज सिंह ने शराब बाटी थी। जिसके बाद बृजभूषण और बाबी उर्फ देवेंद्र और बाकियों को घर बुलाकर गन्ने के रस में नशे की गोलिया और शराब मिलाकर पिला दी गई। हालत बिगड़ने के बाद दस लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दो प्रत्याशियों को जेल भेज दिया है। बता दें, पुलिस ने मृतकों के घर से गन्ने का रस बरामद कर जांच के लिए फारेंसिक लैब भेज दिया है। नशे की गोलिया और शराब की सप्लाई देने वाले दिल्ली पुलिस के सिपाही बाबी उर्फ अमित की तलाश की जा रही है। पकड़े गए दोनों प्रत्याशियों ने बताया कि कपिल से ही शराब और नशे की गोलियां ले रहे थे। पूछ ताछ में यह भी सामने आया की, सियाल में चल रही अवैध शराब की फैक्ट्री से भी शराब खरीदी गई थी। कपिल ने ही साधारणपुर के मुकुल शर्मा से संपर्क कराए थे।
SP देहात केशव कुमार ने कहा….
SP देहात केशव कुमार का कहना है कि पड़ताल की जा रही है कि किसकी मौत शराब पीने से हुई है और किसने बीमारी से दम तोडा है। सभी लोगों के स्वजन के पुलिस ने बयान दर्ज किए हैं। SSP अजय साहनी का कहना है की, मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। फरार आरोपित की तलाश को दिल्ली में दबिश डाली गई है। आरोपित दिल्ली पुलिस के सिपाही कपिल के खिलाफ दिल्ली पुलिस को पत्र भेजा है। एसपी देहात पूरे मामले को निगरानी कर रहे है।
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