कानपुर, जेएनएन। कानपुर से अपने घर जा जालौन जा रहे कार सवार दारोगा की टक्कर से साइकिल सवार पिता-पुत्र की मौत हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार सड़क किनारे जा पलटी। गंभीर हालत में दारोगा को जिला अस्पताल से कानपुर रेफर किया गया है। दारोगा की तैनाती कानपुर नगर के सजेती थाने में है।
भोगनीपुर के मऊखास निवासी 48 वर्षीय कमलेश उर्फ सत्यप्रकाश व उनका 18 वर्षीय पुत्र डेविड उर्फ कल्लू मजदूरी करते थे। गुरुवार को वह क्षेत्र के ही पिपरी गांव में मजदूरी करने गए थे। देरशाम वहां से वापसी में दोनों अपनी अपनी साइकिल से आ रहे थे। जैसे ही वह संपर्क मार्ग से झांसी हाईवे पर पहुंचे कि कानपुर की तरफ से अपने घर जालौन के धऊवा खुर्द उमरा रूरल निवासी दारोगा अनूप कुमार ने कार से दोनों को अपनी चपेट में ले लिया। टक्कर मारते हुए कार थोड़ी दूर जाकर हाईवे किनारे पलट गई
दुर्घटना होते ही आसपास के लोग जुट गए और पुलिस के सहयोग से तीनों को सीएचसी पुखरायां पहुंचाया। डॉक्टर ने पिता पुत्र को मृत घोषित कर दिया। वहीं दारोगा को जिला अस्पताल रेफर किया गया जहां से कानपुर के एक अस्पताल ले जाया गया। इधर खबर की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। कमलेश की पत्नी छिन्नी देवी, बेटी शालिनी व दीक्षा रोते हुए वहां पहुंची। दोनों का शव देखकर बदहवाश हो गईं। उनका दुख देख वहां मौजूद लोग भी अपने आंसू न थाम सके। थाना प्रभारी भोगनीपुर रामप्रकाश ने बताया कि तहरीर पर कार्रवाई होगी।
परिवार पर आजीविका का संकट : डेविड अपने घर का इकलौता बेटा था और पिता संग मेहनत मजदूरी कर परिवार को चला रहा था। दोनों की मौत से परिवार पर गहरा संकट आ गया है कि अब आजीविका कैसे चलेगी। ग्रामीणों ने बताया कि उनके पास खेती भी अधिक नहीं है।