हर रोज पैर पसारता जा रहा है साइबर अपराध, फिर भी लोग नहीं हो रहे जागरूक
फिरोजाबाद। साइबर अपराध हर रोज अपने पैर पसारता जा रहा है। वह कब आपकी कमाई रकम पर डाका डाल दे कोई भरोसा नहीं किया जा सकता है। हैकर्स हर दिन किसी न किसी को अपनी बातों के झमेले में फंसा रहे है। जिससे लोगों रकम एक झटके में साफ हो रही है। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने लोगों से साइबर अपराध से बचने को काफी सुझाव दिये है। जिससे उनकी जिंदगी का कमाया हुआ धन उनसे दूर न जा सके।
साइबर अपराध से बचने को हमें कई चीजों का ध्यान रखना होगा। फिरोजाबाद पुलिस ने सुझाव देते हुये कहा कि ओएलएक्स पर कुछ भी बेचने खरीदने में सावधानी बरते। किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। रूपये प्राप्त करने के लिये किसी लिंक को क्लिक नहीं करना होता है। अपने किसी वाॅलेट, बैंक खाते में रूपये मंगाने, लेने के लिये न तो किसी लिंक पर क्लिक करना होता है न ही कोई क्यूआर कोड स्कैन करना होता है तथा न ही पेय बटन पर क्लिक करे। फोन या अन्य किसी माध्यम से प्राप्त एसएमएस, लिंक को अज्ञात व्यक्ति द्वारा बताये गये किसी नंबर पर फाॅरवर्ड न करें। आवश्यकता पड़ने पर अपने बैंक, वाॅलेट या अन्य संबंधित की ओरिजनल बेबसाइट से ही कस्टमर केयर नंबर या ईमेल आईडी लें। गूगल पर सर्च से प्राप्त हुए कस्टमर केयर नंबर पर कभी काॅल न करे। फेसबुक, मैसेंजर, वाट्स एप्प, आईएमओ, गूगल डूओ, टेलीग्राम आदि से किसी अज्ञात नंबर की वीडियो काॅल कभी न उठाये। ऐसी काॅल पर आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जा सकता है। सोशल मीडिया एकाउण्ट जैसे फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, ट्विटर, ईमेल, नेट बैंकिग, वाॅलेट आदि के पासवर्ड तथा यूपीआई पिन, एटीएम पिन समय-समय पर बदलते रहे। पासवर्ड में कभी भी फोन नंबर, जन्मतिथि, परिवार वालों के नाम न डाले। सस्ते आॅफर, लकी ड्रा, कैशब्रैक, रिवाॅर्ड पोइंट को कैश कराने का झांसा मिलने पर भरोसा न करे। काॅल या एसएमएस से प्राप्त सिम अपग्रेड करने की रिक्वेस्ट को स्वीकार न करे। इंश्योरेंस पाॅलिसी पर बोनस या बंद हो चुकी पालिसी पर मच्योरिटी के भुगतान का लालच प्राप्त होने पर भरोसा न करे। हैकर आपके नेट बैंकिग के लाॅगिन एवं पासवर्ड प्राप्त करने के पश्चात आपके बैंक खाते से एक एफडी बनाएगा। जिसमें आपके खाते का बैलेंस कम हो जाएगा। इसके बाद आपके पास काॅल आयेगा कि आपका बैलेंस हैकर ने कम कर दिया है वापस चाहते है तो ओटीपी बताइये। ध्यान दीजिये कि किसी भी दशा में किसी से अपना ओटीपी शेयर नहीं करना है। एसएसपी अजय कुमार पांडेय का कहना है कि कोई भी साइबर अपराध घटित होने की दशा में तत्काल जनपद की साइबर अपराध शाखा से संपर्क करें। इसके अलावा उन्होंने कई और सुझाव देकर लोगों को सचेत किया है। जिससे वह सावधान हो सके।


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