कोरोना काल में बंद हुए इंग्लिश मीडियम स्कूलों की फीस माफ किये जाने की मांग
फिरोजाबाद। कोरोना काल में पूरे देश के सभी स्कूल-काॅलेजों को बंद कर दिया गया था। लेकिन जनपद के इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालक अभिभावकों पर दबाब बनाकर पुरानी फीस बसूल रहे। जिसको लेकर बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय गौमाता सेवा महासंघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिला मुख्यालय पर प्रशासनिक अधिकारी ममता सक्सैना को सौंपा है। जिसमें महासंघ ने मुख्यमंत्री से कोरोना काल के समय बंद हुए स्कूलों की फीस माफ किये जाने की मांग की है।
अंतर्राष्ट्रीय गौमाता सेवा महासंघ के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री लोकेंद्र सिंह पूनिया ने कहा कोरोना काल में सरकार द्वारा समूचे देश में समस्त विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया था। जब विद्यालय में छात्र-छात्राओं को पढ़ाया ही नहीं गया तो फीस के लिए स्कूल संचालक अभिभावकों पर बेवजह दबाव बना रहे है। प्रदेश महामंत्री रामतीर्थ सिंह चक ने कहा अंग्रेजी माध्यमिक स्कूल प्रबंधन द्वारा शिक्षा का व्यवसायीकरण कर दिया गया है। प्राइवेट स्कूल संचालक अपनी ही दुकान से कॉपी, किताब, बैग इत्यादि सामन दिया जाता है। जिसमें मोटी कमीशन भी उक्त विद्यालय को प्राप्त होती है। हमारा संगठन कोरोना काल में बंद पड़े स्कूलों के द्वारा फीस मांगे जाने का पुरजोर तरीके से विरोध करता है। साथ ही कोरोना काल की फीस ना दिए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की है। अगर ऐसा नहीं होता है तो गौमाता सेवा महासंघ समूचे प्रदेश में धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन करने को बाध्य होगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। मांग करने वालों में राष्ट्रीय संयोजक सचिन जैन, प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा चैधरी उदय प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष फिरोजाबाद रोहित यादव, डॉ गौतम सिंह महावर, प्रदीप पाठक, रसल यादव, नीरज राठौर एडवोकेट आदि मौजूद रहे।