फिरोजाबाद। केला देवी स्थिति
प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्विद्यालय सेंटर पर राजयोग एजुकेशन एवं रिसर्च फाउण्डेशन के युवा प्रभाग ब्रह्माकुमारीज क़े युवा मिशन के अंतर्गत विश्वशांति के लिये आयोजन की श्रृंखला के तहत आज वर्ष 2021 का नया प्रोजेक्ट ” विश्व शांति के लिए युवा ” तैयार किया गया है जिसका लक्ष्य हर माह युवाओं में गुणों को विकसित करना है जैसे जनवरी महीने को शांति के महीने के रूप में मनाया गया जिसमें कई शांति से संबंधित कार्यक्रम हुए और फरवरी माह प्यार के महीने के रूप में हम सब मनाते हैं लेकिन वास्तव में प्यार क्या है इसकी परिभाषा हम सब भूलते जा रहे हैं ।प्यार की मूल परिभाषा का ज्ञान युवाओ में कम है इसलिए सभी यूथ से संकल्प कराया गया कि हम अपने परिवार से प्रकृति से और परमात्मा से सच्चा प्यार करेंगे।
इसी संदर्भ में सेंटर की मुख्य संचालिका सरिता दीदी ने बताया कि दैहिक प्यार के चलते हम सच्चा प्रेम भूल गए हैं । इस महीने 4 एक्टिविटीज रहेंगी पहला हमें सबसे पहले स्वयं से प्यार करना चाहिए। प्यार खुद से करने का मतलब है कि अपने आप में कुछ अच्छी आदतों को अपनाएं ।आप दिनचर्या में कोई ऐसी छोटी आदत को बदलें जो सकारात्मक रूप से आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करें दूसरा लोगों में प्यार ,उसके लिए हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान किए उन्हें धन्यवाद दें और कुछ बातों के कारण रिश्ते अगर खराब हुए हैं तो वह हम सॉरी बोलें, जिससे हमारे रिश्ते अच्छे बनें। उन्होंने कहा कि तीसरी बात यह है कि हम प्रकृति से प्यार करें जो सदा हमें तमाम चीजें मुफ्त में प्रदान करती है प्रकृति की हर चीज से प्यार करें ।जानवरों को चारा खिलाएं। उन्हें प्यार से सहलाएं और चौथा है परमात्मा से प्यार ,जिसने हमें जीवन दिया है उसे प्यार करना तो बनता है ।
कार्यक्रम में डॉ रामसनेही लाल शर्मा ने कहा कि पहले के लोग पढ़े लिखे जरूर कम थे किंतु प्रकृति से उनका लगाव और जोड़ा बहुत था इसलिए पीपल के पेड़ की पूजा करते थे, क्योंकि पीपल का पेड़ अधिक मात्रा में आक्सीजन प्रदान करता है। पेड़ पौधों में ही जड़ी-बूटी होती है
अनुपम शर्मा ने कहा कि प्यार जीवन का अमूल्य हीरा है जिसे हम सब को बढ़ाना है प्यार बिना जीवन कुछ नहीं है ।
कल्पना राजोरिया ने कहा कि प्यार के दिन शुरू हो गए इन दिनों को हम परिवार के साथ मनाये अपने छोटे भाई बहनों को गिफ्ट दे उस गिफ्ट को देख कर जो उनके चेहरे पर खुशी होगी सच में यही सच्चा प्यार है ।
गिनी मित्तल ने कहा कि स्वयं से प्यार का मतलब है परमात्मा से प्यार। सेल्फ का मतलब सेल्फिश नहीं है कि हम सिर्फ अपने फायदे के लिए सब कुछ न करें याद रहे कि प्यार बांटने से बढ़ता है।
कार्यक्रम में लगभग 100 युवाओं ने भाग लिया मुख्य रूप से मीनू अरोरा , राकेश यादव,रिंकी बहन ,अंजना बहन, साथ में सेंटर से जुड़ी सभी दीदियां रीता ,सपना, नूतन,अनिता,आदि मौजूद थीं।