फिरोजाबाद। जिला जेल में बंदियों द्वारा गौसेवा की भावना से प्रेरित होकर जेल अधीक्षक मोहम्मद अकरम खाॅन के निर्देशन में 50 गाय कोट (झूल) बनाये गये हैं। उक्त काऊ कोट तीन लेयर के हैं। ऊपर-नीचे की लेयर टाट की है तथा बीच वाली लेयर ऊनी कम्बलों की है। उक्त कोट की सिलाई इस तरह से की गयी है जिससे तीनों लेयर आपस में जुड़ी रहे, ऊपर नीचे न हो। उक्त कोट के लिये जेल में आने वाले राशन के हैं तथा ऊनी कम्बल वह है जो पुराने हो गये थे तथा उपयोगनीय स्थिति में थे। उक्त सभी कोट ग्राम भरतपुर स्थित गऊशाला में दान किये गये। लखनऊ से आए प्शुपालन विभाग के डायरेक्टर डा. एस.आर. मलिक जेल अधीक्षक मो. अकरम खान तथा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अपने हाथों से गायों को पहनाया गया। उक्त कोट जेल में सिलवाने में आजीवन कारावास की सजा से दण्डित मनोज कटारा का विशेष योगदान रहा। बंदी मनोज कटारा वर्ष 2008 से धारा 302 आईपीसी के तहत आजीवन कारावास की सजा से दण्डित है तथा ग्राम मोहम्मदपुर थाना-शिकेाहाबाद का निवासी है। कोर्ट सिलाई में बंदी लोकेन्द्र व देशराज का भी विशेष योगदान रहा। भविष्य में पुराने कम्बलों की उपलब्धता के आधार पर और भी गाय के लिए कोट सिलवाने की योजना है।